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बिलासपुर लोकसभा चुनाव 2019 परिणाम

बिलासपुर लोकसभा चुनाव 2019 परिणाम । Bilaspur Lok Sabha Election 2019 Live Result - Bilaspur Lok Sabha Election 2019 Live Result
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प्रमुख प्रतिद्वंद्वी : अरुण साव (भाजपा), अटल श्रीवास्तव (कांग्रेस)
 
बिलासपुर सीट पर पिछले 20 साल से भाजपा का वर्चस्व रहा है। यह सीट सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित है। इस बार भाजपा ने यहां से मौजूदा सांसद लखन लाल साहू का टिकट काटकर अरुण साव को मैदान में उतारा है। वहीं, कांग्रेस ने अटल श्रीवास्तव को उम्मीदवार बनाया है। 

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परिचय : छत्तीसगढ़ का बिलासपुर शहर खनिज उत्‍पादन के लिए देशभर में प्रसिद्ध है। यह शहर सुगंधित दूबराज चावल की किस्म के लिए भी प्रसिद्ध है। कहा जाता है कि सत्रहवीं शताब्दी की एक मत्स्य-महिला 'बिलासा' के नाम पर इस शहर का नाम बिलासपुर पड़ा। यह शहर देशभर में कोसे की साड़ियों के लिए भी विख्यात है।
 
जनसंख्‍या : साल 2011 की जनगणना के अनुसार यहां की कुल जनसंख्या 26 लाख 63 हजार 629 है। जिसमें 13 लाख 51 हजार 574 पुरुष और 13 लाख 12 हजार 55 महिलाएं हैं।
 
अर्थव्यवस्था : यह शहर संपूर्ण देश में कोयला और खनिज उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है। देश में ऊर्जा के क्षेत्र में इसका महत्‍वपूर्ण स्‍थान है। साथ ही इस शहर के आसपास कई औद्योगिक क्षेत्र हैं। इसके अलावा कृषि व्‍यवसाय भी यहां आजीविका का एक साधन है। 
 
भौगोलिक स्थिति : यह शहर देश के मध्य में अरपा नदी के पश्चिम में स्थित है। समुद्री तल से इसकी औसत ऊंचाई 264 मीटर यानी 866 फुट है। इस शहर के उत्तर में कोरिया तथा शहडोल जिला, पश्चिम में मुंगेली, दक्षिण में बलोदा बाजार भाटापारा तथा पूर्व में कोरबा एवं जांजगीर-चांपा जिले स्थित हैं।
 
16वीं लोकसभा में स्थिति : भाजपा के लखन लाल साहू यहां से सांसद हैं। उन्‍होंने लोकसभा चुनाव 2014 में पूर्व प्रधानमंत्री स्‍व. अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी, कांग्रेस की उम्‍मीदवार करुणा शुक्ला को हराकर यह सीट हासिल की थी।
 
छत्तीसगढ़ के बारे में : छत्तीसगढ़ में राज्यसभा की 11 सीटें हैं। लोकसभा चुनाव 2014 में भाजपा ने राज्य में 10 सीटें जीती थीं, जबकि कांग्रेस को मात्र एक सीट से संतोष करना पड़ा था। इस बार भाजपा और कांग्रेस ने कई नए चेहरों को मैदान में उतारा है। भाजपा ने वर्तमान सांसद रमेश बैस और अभिषेक सिंह को टिकट नहीं दिया। बसपा ने भी राज्य में पांच उम्मीदवार उतारे हैं। राज्य में इस बार कांग्रेस की सरकार है और मुख्‍यमंत्री भूपेश बघेल की प्रतिष्ठा दांव पर रहेगी।