EC ने की कम मतदान वाली 266 संसदीय सीटों की पहचान, मतदान प्रतिशत बढ़ाने की योजना
2019 में 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में हुआ था कम मतदान
Election Commission: निर्वाचन आयोग (Election Commission) ने शुक्रवार को कहा कि उसने कम मतदान वाले कुल 266 संसदीय क्षेत्रों की पहचान की है और वह लोकसभा चुनावों (Lok Sabha elections) में इन क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए योजना बना रहा है। इन 266 संसदीय क्षेत्रों में से 215 ग्रामीण इलाकों में हैं।
मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने पर चर्चा : प्रमुख शहरों के नगर निगम आयुक्तों और बिहार और उत्तरप्रदेश के चुनिंदा जिला चुनाव अधिकारियों (डीईओ) ने चिह्नित शहरी और ग्रामीण लोकसभा सीटों में मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने पर यहां चर्चा की। निर्वाचन आयोग ने कम मतदान को लेकर आयोजित एक सम्मेलन में कहा कि कम मतदान वाले 266 संसदीय क्षेत्रों की पहचान की गई है जिनमें से 215 ग्रामीण और 51 शहरी क्षेत्र हैं।
2019 के लोकसभा चुनावों में हुआ था कम मतदान : बिहार, उत्तरप्रदेश, दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, तेलंगाना, गुजरात, पंजाब, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर और झारखंड सहित 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 2019 के लोकसभा चुनावों में राष्ट्रीय औसत 67.40 प्रतिशत से कम मतदान हुआ था।
मतदान 19 अप्रैल और मतगणना 4 जून को : प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने जोर देकर कहा कि 'एक जैसा रुख सभी के लिए उपयुक्त है' वाला दृष्टिकोण इस मामले में काम नहीं आएगा। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों और खंडों के लिए अलग-अलग रणनीतियों पर काम करने की वकालत की। 7 चरणों में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए मतदान 19 अप्रैल से शुरू होगा। मतों की गिनती 4 जून को होगी।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta