स्मृति ईरानी की शैक्षणिक योग्यता पर बवाल, कांग्रेस ने लगाए गंभीर आरोप
नई दिल्ली। कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर अपने चुनावी हलफनामे में झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें नैतिकता के आधार पर मंत्री पद से इस्तीफा देना चाहिए और चुनाव आयोग को उन्हें अयोग्य ठहराना चाहिए। पार्टी के इस आरोप पर फिलहाल स्मृति ईरानी या भाजपा की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने मशहूर सीरियल ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ के गीत की तर्ज पर कहा, 'क्वालीफिकेशन के रूप बदलते हैं, नए नए सांचे में ढलते हैं। एक डिग्री आती है, एक डिग्री जाती है, बनते एफेडिएविट नए हैं... क्योंकि मंत्री भी कभी ग्रेजुएट थी।'
उन्होंने केंद्रीय मंत्री के पिछले कुछ चुनावों के हलफनामों की प्रति जारी करते हुए कहा, 'स्मृति ईरानी जी बताया कि किस तरह से ग्रेजुएट से 12वीं पास हो जाते हैं, यह मोदी सरकार में ही मुमकिन है। 2004 के लोकसभा चुनाव के अपने हलफनामे में स्मृति बीए थीं। फिर 2011 राज्यसभा के चुनावी हलफनामे में वह बीकॉम फस्ट ईयर बताती हैं। इसके बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में फिर वह बीए पास कर लेती हैं। अब फिर से वह बीकॉम फर्स्ट ईयर की डिग्री हो गई है।'
प्रियंका ने आरोप लगाया कि उन्होंने देश को झूठ बोला है, देश को बरगलाया है। यह साबित होता है कि भाजपा के नेता किस तरह से झूठ बोलते हैं। उन्होंने कहा, 'हमें दिक्कत नहीं है कि वह ग्रेजुएट नहीं हैं। मुद्दे की बात यह है कि मंत्री साहिबा इतने समय से गलत हलफनामा दे रही थीं।'
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि अगर उनमें कोई नैतिकता है तो मंत्री पद से इस्तीफा दें और उन्हें चुनाव के लिए अयोग्य ठहराए जाए। गौरतलब है कि स्मृति ईरानी अमेठी से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं।
अमेठी से लोकसभा प्रत्याशी स्मृति ईरानी की शैक्षिक योग्यता पर सवाल उठाये जाने के बाद केंद्रीय मंत्री ने जवाबी हमला करत हुए कहा कि वह अमेठी के लिए और कांग्रेस के खिलाफ मेहनत से काम करती रहेंगी, चाहे उनको जितना अपमानित और प्रताड़ित किया जाता रहे। (भाषा)