गुरुवार, 19 दिसंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. सामयिक
  2. डॉयचे वेले
  3. डॉयचे वेले समाचार
  4. Russia's direct warning to the West on military aid
Written By DW
Last Updated : गुरुवार, 6 अक्टूबर 2022 (10:05 IST)

Russia-Ukraine War: सैन्य मदद पर रूस की पश्चिम को सीधी चेतावनी

Russia-Ukraine War: सैन्य मदद पर रूस की पश्चिम को सीधी चेतावनी - Russia's direct warning to the West on military aid
रूस का कहना है कि अमेरिका और पश्चिमी देश यूक्रेन को हथियार देकर सीधी सैन्य टक्कर का जोखिम बढ़ा रहे हैं। अमेरिका ने यूक्रेन को 62.5 करोड़ डॉलर की सहायता देने का ऐलान किया है। रूसी चेतावनी इसी के बाद आई है। पश्चिमी हथियारों को लेकर चेतावनी देते हुए आंतनोव ने कहा कि हम इसे अपने देश के रणनीतिक हितों के लिए फौरी खतरे की तरह देख रहे हैं।
 
अमेरिका में तैनात रूस के राजदूत अनातोली आंतनोव ने मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम में कहा कि अमेरिका और उसके साझेदारों की सैन्य सप्लाई न सिर्फ दीर्घकालीन रक्तपात और नई जनहानि को बढ़ावा देगी, बल्कि यह रूस और पश्चिमी देशों के बीच सीधे सैन्य संघर्ष का खतरा भी बढ़ाएगी। यूक्रेन को मिल रहे पश्चिमी हथियारों को लेकर चेतावनी देते हुए आंतनोव ने कहा कि हम इसे अपने देश के रणनीतिक हितों के लिए फौरी खतरे की तरह देख रहे हैं।
 
यूक्रेन को अचूक अमेरिकी हथियारों की नई खेप
 
आंतनोव के बयान से ठीक पहले मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन को 62।5 करोड़ डॉलर का नया सुरक्षा राहत पैकेज देने का ऐलान किया। इसके तहत अमेरिका कीव को हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम लॉन्चर देगा। इसी सिस्टम के सहारे हाल के दिनों में यूक्रेनी सेना ने रूसी फौज को पैर पीछे खींचने पर मजबूर किया है।
 
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ टेलीफोन पर बात करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन और उप राष्ट्रपति कमला हैरिस ने साफ किया कि वॉशिंगटन यूक्रेन से तोड़े गए इलाकों को कभी मान्यता नहीं देगा। अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय द व्हाइट हाउस ने एक बयान जारी कर यह भी कहा कि बाइडेन कि चाहे जितना समय लग जाए, रूस के आक्रमण से खुद की रक्षा करने के लिए यूक्रेन को मदद देते रहेंगे।
 
छोड़े इलाके पर फिर लौटेगी रूसी सेना
 
रूसी राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन का कहना है कि उसकी सेना हाल के दिनों में जिस इलाकों से हटी है, उन्हें फिर से वापस लिया जाएगा। बुधवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन से तोड़े गए चार इलाकों को हमेशा के लिए रूस में मिलाने के कानूनी दस्तावेज पर दस्तखत कर दिए।
 
इस दौरान राष्ट्रपति कार्यालय के प्रवक्ता दिमित्री पेशकोव ने हाल में लगे सैन्य झटकों को फिर से जीत में बदलने का ऐलान किया कि दिये गये इलाके वापस लिये जाएंगे।
 
बीते दो हफ्तों में यूक्रेनी सेना ने पूर्वी यूक्रेन के कई अहम कस्बों को फिर से अपने नियंत्रण में ले लिया है। इनमें लिमान जैसा महत्वपूर्ण रेल ठिकाना भी है। रूस भले ही डोनेत्स्क, लुहांस्क, जापोरिझिया और खेर्सोन को खुद में मिलाने का दावा कर रहा हो, लेकिन सच्चाई यह है कि जापोरिझिया का बड़ा इलाका, उत्तरी खेर्सोन और पश्चिमोत्तर डोनेत्स्क अब भी उसकी सैन्य नियंत्रण से बाहर हैं।
 
कीव के आसपास हमला
 
इस बीच रूस ने पहली बार यूक्रेन की राजधानी कीव के आस पास कामिकाजे ड्रोन से हमले किए हैं। कीव के गर्वनर ओलेक्सी कुलेबा के मुताबिक कि छह बार निशाना साधा गया और धमाके किए गए। टेलीग्राम पर जानकारी देते हुए कुलेबा ने कहा कि आधारभूत संरचना को निशाना बनाया गया है।
 
यूक्रेन के एक टेलीविजन चैनल से बात करते हुए यूक्रेनी सेना के प्रवक्ता यूरी इहनात बताया कि दक्षिण की तरफ से भी 12 ईरानी ड्रोन टारगेट की तरफ बढ़े। इनमें से 6  को मार गिराया गया। हालांकि इन दावों की स्वतंत्र जांच करना मुश्किल है।
 
ओएसजे/एनआर (डीपीए, एएफपी, रॉयटर्स)
ये भी पढ़ें
उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे दशहरा रैलियों में गरजे , कौन किस पर पड़ा भारी?