अमेरिका: 2020 में इरादतन हत्याओं में करीब 30 फीसदी की वृद्धि
अमेरिका में 2020 में हत्याओं और इरादतन हत्याओं में तेज वृद्धि दर्ज की गई। तीन-चौथाई से अधिक हत्याओं को बंदूक के सहारे अंजाम दिया गया। यह खुलासा एफबीआई की नई रिपोर्ट से हुआ है। फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआई) के मुताबिक साल 2020 में 77 प्रतिशत हत्याएं बंदूक से की गईं। एफबीआई ने सोमवार को कहा कि अमेरिका में हत्याओं और अन्य इरादतन हत्याओं की संख्या पिछले साल की तुलना में 2020 में 29।4 प्रतिशत बढ़कर 21,500 हो गई।
यह पिछले साल की तुलना में तेज वृद्धि थी, हालांकि ताजा आंकड़े 1980 और 1990 के दशक की शुरुआत में अमेरिका में नियमित रूप से दर्ज किए गए आंकड़ों की तुलना में बहुत कम हैं। एफबीआई की यूनिफॉर्म क्राइम रिपोर्ट के मुताबिक 77 प्रतिशत हत्याएं बंदूक के साथ की गईं। साल 2019 में यह 74 प्रतिशत था। कुल मिलाकर हिंसक अपराध 2020 में 5.6 प्रतिशत बढ़ गया, जबकि संपत्ति अपराध में 7.8 प्रितशत की गिरावट दर्ज की गई। एफबीआई के मुताबिक देश में हिंसक हमले 12 प्रतिशत बढ़े हैं। रिपोर्ट में पाया गया कि हत्या में बढ़ोतरी राष्ट्रीय थी, क्षेत्रीय नहीं। लेकिन दक्षिणी राज्य लुजियाना में हत्या की दर देश में सबसे अधिक है।
बंदूक की बिक्री में उछाल
अपराध विशेषज्ञ और पुलिस अधिकारी 2020 में हत्याओं में अचानक हुई तेज वृद्धि के संभावित स्पष्टीकरणों का विश्लेषण कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने स्पष्ट कारण नहीं बताया है। हालांकि विशेषज्ञों ने कोरोना वायरस महामारी के अस्थिर प्रभाव और बंदूक की बिक्री में वृद्धि की ओर इशारा किया है।
टेक्सस राज्य के ह्यूस्टन शहर में बंदूक से की जाने वाली हत्याओं में 55 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जो 2019 में 221 से बढ़कर 2020 में 343 हो गई। ह्यूस्टन में साल 2020 में 400 से अधिक हत्याएं दर्ज की गईं। विश्लेषकों ने हत्याओं में वृद्धि के लिए अन्य संभावित कारणों पर भी प्रकाश डाला है, जैसे कि बंदूक साथ लेकर चलने में वृद्धि। जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या के बाद पुलिस और नागरिकों के बीच अविश्वास बढ़ा है।
एफबीआई ने कहा कि लगभग 16,000 संघीय, राज्य, शहर, विश्वविद्यालय, कॉलेज और आदिवासी एजेंसियों ने अपराध रिपोर्ट में डेटा जमा कराया है। विकसित देशों में अमेरिकी हत्या दर बहुत है। जी-20 सदस्यों में से केवल दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील और रूस में प्रति व्यक्ति हत्या की उच्च दर दर्ज की जाती है, जबकि अर्जेंटीना के आंकड़े मोटे तौर पर समान हैं।
एए/सीके (एएफपी)