अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने पहले 100 दिनों के कार्यकाल के लिए एक महत्वाकांक्षी एजेंडा तैयार किया था। इसमें जलवायु परिवर्तन से लेकर इमिग्रेशन में सुधार और कोरोनावायरस महामारी तक हर चीज पर तुरंत कार्रवाई का वादा था। अमेरिकी राष्ट्रपति के तौर पर 10 मार्च को जो बाइडन का 50 दिनों का कार्यकाल पूरा हो गया। बाइडन प्रशासन ने अपने कार्यकाल के 50वें दिन एक मील का पत्थर तय किया और वह था उनके 1900 अरब डॉलर कोरोनावायरस सहायता पैकेज का अमेरिकी संसद कांग्रेस में पास होना। इस बिल का नाम 'अमेरिकन रेस्क्यू प्लान एक्ट 2021' है। इसके तहत, जरूरतमंद अमेरिकियों के खाते में 1400 डॉलर की सीधी आर्थिक मदद दी जाएगी।
बिल के बजट में से 350 अरब डॉलर का बड़ा हिस्सा प्रांतीय और लोकल गवर्नमेंट के लिए रखा गया है। महामारी से निपटने के लिए भी अलग से फंड रखा गया है। इस बिल से बाइडन को कई चुनावी वादे पूरी करने में मदद मिलेगी। इनमें स्कूलों को खोलना और ज्यादा से ज्यादा अमेरिकी नागरिकों को टीका लगाना जैसे बड़े वादे भी शामिल हैं। सत्ता संभालते ही बाइडन ने कई चुनावी वादे पूरे किए, लेकिन कई वादे अब भी अधूरे हैं। जानते हैं कि वे अपने प्रमुख वादों को कहां तक पूरा कर पाए हैं।
वे वादे जो पूरे हुए
जो बाइडन ने अपने कार्यकाल के पहले हफ्तों के दौरान कोरोना महामारी को प्राथमिकता दी थी जिसका असर दिख रहा है। उनका लक्ष्य 100 दिनों में 10 करोड़ लोगों को टीका लगाने का था। वह अगले सप्ताह के अंत तक 10 करोड़ लोगों को टीका लगाने के अपने लक्ष्य तक पहुंचने वाले हैं। हर दिन 20 लाख लोगों को कोराना वैक्सीन का टीका लगाया जा रहा है। अब तक 7।5 करोड़ से अधिक लोगों को टीका लग चुका है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने जलवायु नीति पर अपने वादों को पूरा करने के लिए कई कदम उठाए। उन्होंने शपथ के दिन ही एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करके किस्टोन एक्सएल तेल पाइपलाइन के लिए परमिट को रद्द कर दिया और आर्कटिक नेशनल वाइल्ड लाइफ रिफ्यूज में चल रहे विकास से जुड़े काम को रोकने का आदेश दिए। साथ ही, पर्यावरण, सार्वजनिक स्वास्थ्य और विज्ञान पर ट्रंप के कार्यकाल में लागू किए गए नियमों की समीक्षा करने का आदेश दिया। 27 जनवरी को जारी एक कार्यकारी आदेश से संघीय भूमि और खुले समुद्र में नए तेल और गैस पट्टी पर रोक लगा दी गई।
बाइडन ने चुनाव अभियान के दौरान किए गए कई वादों को भी आसानी से पूरा किया। इसमें ट्रंप प्रशासन के जलवायु परिवर्तन से लेकर आव्रजन नीतियों तक को रद्द करना शामिल है। शुरूआत में, बाइडन प्रशासन ने विश्व स्वास्थ्य संगठन और पेरिस जलवायु समझौते को फिर से बहाल कर दिया, सीमा पर बन रही दीवार के काम को रोक दिया, और विभिन्न मुस्लिम-बहुल देशों के लोगों पर यात्रा प्रतिबंधों को समाप्त कर दिया। साथ ही, अमेरिका-मेक्सिको की सीमाओं पर अलग हुए परिवारों को फिर से मिलाने के लिए एक टास्क फोर्स बनाया है।
बाइडन ने अपने पहले 100 दिनों के भीतर अमेरिकी संसद में इमिग्रेशन पर एक व्यापक सुधार बिल लाने का वादा किया था। जिसे पिछले महीने पूरा कर दिया गया। बाइडन ने एक कार्यकारी आदेश भी जारी किया। इसके तहत उन प्रवासी बच्चों को 'संरक्षण देने और सशक्त बनाने' का निर्देश दिया गया जो अपने माता-पिता के साथ यहां आए हैं। बाइडन ने प्रशासन में नैतिक सुधार के किए गए वादों को पूरा करने की कोशिश भी की है। 20 जनवरी को एक कार्यकारी आदेश जारी किया गया। इस आदेश में गुटबाजी करने और उपहार लेने जैसी गतिविधियों पर रोक लगाना और न्यायिक विभाग में राजनीतिक हस्तक्षेप को प्रतिबंधित करना शामिल है।
वे वादे जो पूरे होने हैं
अभी भी बाइडन के कई वादे पूरे नहीं हुए है और उन पर काम करना बाकी है। बाइडन की राष्ट्रीय कोविड-19 रणनीति के तहत फरवरी के अंत तक देशभर में 100 नए सरकारी टीकाकरण केंद्र स्थापित करने लक्ष्य था। अब तक, प्रशासन लगभग 20 जगहों पर बड़े पैमाने पर टीकाकरण का काम कर रहा है जहां रक्षा मंत्रालय पेंटागन की तरफ से सैनिकों को ड्यूटी पर तैनात किया गया है। कुल मिलाकर, प्रशासन का कहना है कि सरकार कम से कम 441 टीकाकरण केंद्र चला रही है। हालांकि, उनमें से ज्यादातर नई नहीं हैं, लेकिन सरकारी संसाधनों की मदद से सभी की क्षमता बढ़ाई गई है।
अपने कार्यकाल के पहले 100 दिनों में बाइडन ने अमेरिकी शरणार्थी सिस्टम में सुधार करने के लिए सार्वजनिक शुल्क' नियम को हटाने का वादा किया था। यह नियम ट्रंप प्रशासन ने सार्वजनिक लाभ लेने से प्रवासियों को वंचित करने के लिए लगाया था। फरवरी की शुरुआत में बाइडन ने इस नियम को हटाने के लिए संबंधित एजेंसियों को उन नीतियों की समीक्षा करने और 60 दिनों के भीतर बदलाव की सिफारिश करने का निर्देश दिया है।
प्रशासन ने शरणार्थी सिस्टम में सुधार करने के लिए कुछ कदम उठाए हैं। इसमें बाइडन के अपने कार्यकाल के पहले दिन उठाया गया एक कदम शामिल है। ट्रंप कार्यकाल के एक नियम को होमलैंड सिक्योरिटी विभाग ने स्थगित कर दिया है। इस नियम के तहत, शरण मांगने वालों को मेक्सिको में तब तक इंतजार करना होता था, जब तक उनके दावों की समीक्षा होती थी।
राष्ट्रपति ने महामारी से संबंधित अधिकारों को अपने पास रखा है जो उनके प्रशासन को लोगों को शरण लेने का अवसर दिए बिना सीमा से तुरंत हटाने की अनुमति देता है। बाइडन के सहयोगियों ने कहा है कि उनके इस अधिकार को तत्काल समाप्त करने की कोई योजना नहीं है। इस नियम को पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने 1944 के एक अस्पष्ट स्वास्थ्य कानून का इस्तेमाल करके एक साल पहले पेश किया था।
बाइडन ने प्रवासी परिवारों के लंबे समय तक हिरासत में रखने के नियम को समाप्त करने का भी वादा किया था। आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन ने पिछले हफ्ते एक ऐसे ही हिरासत केंद्र का इस्तेमाल बंद करने का संकेत दिया। हालांकि, आईसीई, टेक्सास में दो अन्य हिरासत केंद्रों में आप्रवासी परिवारों को तीन दिन या उससे कम समय के लिए हिरासत में रखना जारी रखेगा। बाइडन प्रशासन कई लंबे समय तक हिरासत में रखने वाले जगहों की क्षमता का विस्तार कर रहा है जिसमें आप्रवासी बच्चों को रखा जा सके, ताकि सीमा पर बिना कारण के नाबालिगों की लगातार बढ़ती संख्या को रोका जा सके।
जलवायु परिवर्तन पर, बाइडन ने अपने पहले 100 दिनों के कार्यकाल के अंदर वैश्विक शिपिंग और विमानन के क्षेत्र में कार्बन उत्सर्जन को कम करने और जलवायु परिवर्तन के खतरों से निपटने के लिए विश्व शिखर सम्मेलन आयोजित करने का वादा किया था। अमेरिका 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस पर ऐसा ही सम्मेलन आयोजित करेगा।
अमेरिका में स्कूलों को फिर से खोलना बाइडन के प्रमुख अभियान वादों में से एक है, जिसे लागू करवाना कठिन रहा है। वजह ये है कि स्कूल में बच्चों को पढ़ने के लिए बुलाने का निर्णय स्थानीय अधिकारियों और शिक्षक संगठनों पर छोड़ दिया गया है। इस महीने उन्होंने राज्यों को शिक्षकों के टीकाकरण को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया और घोषणा की कि वह मार्च में शिक्षकों के टीकाकरण के लिए देश के संसाधनों के इस्तेमाल का निर्देश रहे हैं। बाइडन प्रशासन को उम्मीद है कि कोरोना राहत बिल के पारित होने और सुरक्षा उपाय बेहतर होने पर, शिक्षक पढ़ाने के लिए वापस लौटने में अधिक सहज महसूस करेंगे।
कार्रवाई का इंतजार करते वादे
बाइडन प्रशासन ने निजी जेल अनुबंधों को समाप्त करने वाले एक कार्यकारी आदेश के अलावा अभी तक आपराधिक न्याय सुधार पर कोई महत्वपूर्ण निर्णय नहीं लिया है। बाइडन ने अपने पहले 100 दिनों के भीतर पुलिस ओवरसाइट बोर्ड स्थापित करने का वादा किया था, लेकिन अब तक उस दिशा में कोई स्पष्ट पहल नहीं हुई है। 100 दिनों के अंदर पूरे किए जाने वाले कई अन्य वादों पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई है। इनमें केंद्रीय भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए कैबिनेट स्तरीय एक कमिटी का गठन करना और बंदूक की खरीद के लिए पृष्ठभूमि की जांच के मुद्दों की एफबीआई समीक्षा का आदेश देना शामिल है।
कुछ वादों को पूरा करने के लिए, बाइडन को सीनेट की मंजूरी लेनी होगी, जैसे कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा अधिनियम को दोबारा बहाल करना और निगमों पर करों में वृद्धि करने का उनका वादा। बाइडन ने अपने कार्यकाल के पहले 100 दिनों में समानता अधिनियम के पारित होने का भी वादा किया था। यह लिंग, किसी खास जेंडर के प्रति यौन आकर्षण और जेंडर के आधार पर भेदभाव को प्रतिबंधित करता है। ये विधेयक संसद के निचले सदन ने पास कर दिया है लेकिन सीनेट में पास होना बाकी है।
उनके कुछ वादे सीनेट से मंजूरी मिलने के बाद, बाइडन के कैबिनेट मंत्रियों की मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं। बंदूक नियंत्रण पर, बाइडन ने कहा है कि वह अपने अटॉर्नी जनरल को निर्देश देंगे कि वे देश के बंदूक कानूनों को और अधिक प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए प्रमुख न्याय विभाग एजेंसियों के पुनर्गठन की सिफारिशें दें। उन्होंने सभी अमेरिकियों को घर का अधिकार देने के लिए भी वादा किया था। इसके लिए उन्होंने अपने आवास और शहरी विकास मंत्री को एक टास्क फोर्स के गठन के लिए सिफारिशें तैयार करने को कहा था।
आरआर/एमजे (एपी)