इन तीन नए नवेले कंगारूओं को हीरो न बना देना टीम इंडिया !
इतिहास गवाह है कि टीम इंडिया जब भी विदेशी दौरों पर होती है तो बड़े नामों के खिलाफ होम वर्क कर के जाती है लेकिन नए नवेले गेंदबाजों या बल्लेबाजों को अचानक से हीरो बना देती है क्योंकि उनका खेल कभी देखा ही नहीं होता है। (फोटो सौजन्य - UNI)
ऑस्ट्रेलिया ने दिसंबर में भारत के खिलाफ होने वाली 4 टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए 17 सदस्यीय टेस्ट टीम में कई युवा चहरों को मौके मिले हैं। उनमें से कुछ नाम हैं विल पुकोवस्की, कैमरून ग्रीन और सीन एबॉट।
विल पुकोवस्की
22 वर्षीय पुकोवस्की को शेफील्ड शील्ड में बेहतरीन प्रदर्शन करने का इनाम मिला है। उन्होंने इस टूर्नामेंट में 247.5 के औसत से 495 रन बनाए थे। पुकोवस्की टेस्ट सलामी बल्लेबाज जो बर्न्स की तुलना में लंबे समय के लिए बेहतर विकल्प हो सकते हैं।
कैमरून ग्रीन
21 वर्षीय युवा ऑलराउंडर ग्रीन ने पश्चिम ऑस्ट्रेलिया की ओर से केवल 9 एकदिवसीय मैच खेले हैं जबकि पर्थ स्कोरचर्स की ओर से उन्होंने 13 टी-20 मैच खेले हैं। युवा बल्लेबाज ऑलराउंडर ने शेफील्ड शील्ड क्रिकेट लीग में पश्चिम ऑस्ट्रेलिया की ओर से खेलते हुए 2 मैचों में 132 के औसत से 264 रन बनाए हैं, जिसमें उनकी 197 रनों की आतिशी पारी भी शामिल है। हाल ही में कैमरून ग्रीन ने टी-20 में ऑस्ट्र्लिया के लिए पदार्पण किया था।
हालांकि गुलाबी गेंद से खेले गए अभ्यास मैच में उनको बुमराह के एक शॉट से सिर में चोट लग गई और कैमरून ग्रीन तुरंत स्टेडियम से बाहर लाए गए। हालांकि पहले टेस्ट के बाद उनको ऑस्ट्रेलिया की ग्रीन बैगी कैप मिल सकती है।
सीन एबॉट
अपनी तेज गेंदबाजी के कारण चयनकर्ताओं को प्रभावित कर चुके सीन एबॉट का भी ग्रीन जैसा हाल है । एबॉट को हाल ही में भारत ए के खिलाफ मैच के दौरान चोट लग गयी थी और वह रिहैबिलिटेशन में रहेंगे।
सीन एबॉट पहले मुकाबले में नहीं खेल पाएंगे लेकिन उनके बॉकसिंग डे टेस्ट में टीम में शामिल होने की संभावना है।
इसके अलावा मिशेल स्वेप्सन को भी भारत के खिलाफ टी-20 में किए शानदार प्रदर्शन का इनाम मिला है और वह किसी भी टेस्ट में पदार्पण करते हुए दिख सकते हैं। देखना होगा इन नए नामों को टीम इंडिया हीरो बनाती है या जीरो। (वेबदुनिया डेस्क)