बांग्लादेश के सलामी बल्लेबाज सौम्या सरकार ने भारत के खिलाफ एकमात्र टी-20 जीत में अहम भूमिका निभाई थी जो दिल्ली में खेला गया था। वह नैसर्गिक बाएं हाथ के बल्लेबाज माने जाते हैं जो मैदानी शॉट्स खेलकर तेजी से रन बनाते हैं।
कम ही बल्लेबाज होते हैं जो तीनों प्रारूप में अपनी जगह बनाने में कामयाब हो। सौम्या सरकार में यह खूबी है और वह ना केवल बांग्लादेश क्रिकेट का भविष्य माने जाते हैं बल्कि तमीम इकबाल की जगह जल्द ले सकते हैं ऐसी संभावना है।
इतनी प्रतिभा के बावजूद सौम्या सरकार की एक गलती है। वह यह कि वह इस्लामिक देश बांग्लादेश में एक हिंदू है। इस कारण उनके ही देश का एक नन्हा क्रिकेट फैन उनसे नहीं मिलना चाहता।
गुरुवार को Voice Of Bangladeshi Hindus नामक ट्विटर हैंडल ने एक वीडियो अपलोड किया जिसमें एक पत्रकार बांग्लादेशी बच्चे से सवाल पूछ रहा है कि उसे किस क्रिकेटर से मिलना है। इस पर बच्चे ने हाल ही के कुछ बांग्लादेशी क्रिकेटरों के नाम गिनाए।
बच्चे ने कहा उसे पूर्व कप्तान मशरफे मुर्तजा, बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मुस्तफिजुर रहमान और दाएं हाथ के तेज गेंदबाज तस्कीन अहमद इसके अलावा सरीफुल इस्लाम से मिलने में दिलचस्पी है।
इसके बाद पत्रकार ने पूछा सौम्या सरकार तो बच्चे ने कहा कि वह तो हिंदू क्रिकेटर है मुझे उससे नहीं मिलना है। यह वीडियो ट्विटर पर खासा वायरल हो गया है।
लेकिन ब्लैक लाइव मैटर पर घुटने झुकाने वाले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों ने इस पर कोई राय कोई आलोचना अभी तक नहीं की है। आईसीसी और बीसीसीआई ने भी मौन धारण कर रखा है और संभवत यह जारी भी रहेगा।
एक बार ही मिल पाई है बांग्लादेशी हिंदू खिलाड़ी को कप्तान
हाल के समय में देखा जाए तो 1 बार ही बांग्लादेशी हिंदू खिलाड़ी लिट्टन दास जिन्होंने भारत के खिलाफ एशिया कप में शतक जड़ा था उन्हें स्थायी कप्तान के चोटिल होने के बाद सिर्फ 1 टी-20 के लिए बनाया गया था।
एशिया कप में एक भी बांग्लादेशी हिंदू खिलाड़ी को नहीं मिली जगहबांग्लादेश हिंदू खिलाड़ियों से बोर्ड किस तरह पक्षपात करता है इसका अंदाजा इस ही बात से लगाया जा सकता है कि महीनों और सालों तक राष्ट्रीय टीम से गायब रहने वाले खिलाड़ियों को एशिया कप में जगह दी गई है।
करीब 10 महीने की गैरमौजूदगी के बाद सैफुद्दीन की बांग्लादेश टीम में वापसी हुई है। उन्होंने पिछले साल टी20 विश्व कप में आखिरी बार टाइगर्स का प्रतिनिधित्व किया था, जहां पीठ की चोट के कारण वह बीच टूर्नामेंट ही टीम से बाहर हो गये थे। शब्बीर रहमान को भी 2019 के बाद पहली बार टी20 टीम में जगह दी गयी है।
टी20 एशिया कप के लिये बांग्लादेश की टीम से लिटन दास का नाम गायब है। लिटन चोट के कारण टूर्नामेंट में शामिल नहीं हो पाएंगे, लेकिन सौम्या सरकार का नाम ना होना पक्षपात की ओर इशारा करता है।
विवादों के बावजूद शाकिब अल हसन को मिली कप्तानीबांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) ने 27 अगस्त से शुरू होने वाले एशिया कप के लिये शनिवार को टीम की घोषणा करते हुए दिग्गज ऑल-राउंडर शाकिब अल हसन को टीम की कमान सौंपी है।
शाकिब को अक्टूबर-नवंबर में होने वाले टी20 विश्व कप तक के लिये कप्तानी सौंपी गयी है।
गौरतलब है कि शाकिब ने बीते दिनों कैरिबियाई सट्टेबाज़ी वेबसाइट बेटविनर के साथ अनुबंध किया था, जिसके बाद उनके टीम में शामिल होने पर संशय था। बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) के अध्यक्ष नज़मुल हसन ने मीडिया के समक्ष कहा था कि यदि शाकिब बेटविनर के साथ समझौते को समाप्त नहीं करते हैं तो उन्हें टीम से बाहर कर दिया जाएगा। इसके बाद शाकिब ने बीसीबी को पत्र लिखकर सट्टेबाज़ी वेबसाइट से संबंध समाप्त करने की सूचना दी थी।
बांग्लादेश को एशिया कप के ग्रुप-बी में अफगानिस्तान और श्रीलंका के साथ रखा गया है। शाकिब की टीम 30 अगस्त को अफगानिस्तान के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेगी।
पिछले दो एशिया कप से बांग्लादेश इस कप की उपविजेता रही है और दोनों बार भारत से खिताबी हार मिली है।
एशिया कप के लिये बांग्लादेश टीम : शाकिब अल हसन (कप्तान), अनामुल हक, मुशफिकुर रहीम, अफिफ हुसैन, मोसादेक हुसैन, महमूदुल्लाह, मेहदी हसन, मोहम्मद सैफुद्दीन, हसन महमूद, मुस्तफिजुर रहमान, नसुम अहमद, शब्बीर रहमान, मेहदी हसन मिराज, परवेज हुसैन एमोन, नूरुल हसन सोहन, तस्कीन अहमद।