शुक्रवार, 27 दिसंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. खेल-संसार
  2. क्रिकेट
  3. समाचार
  4. Ross Taylor score fourteen runs in the last int innings for Newzealand
Written By
Last Updated : सोमवार, 4 अप्रैल 2022 (15:21 IST)

अपनी आखिरी अंतरराष्ट्रीय पारी में 14 रन बनाए और रोस टेलर ने क्रिकेट को कहा अलविदा

अपनी आखिरी अंतरराष्ट्रीय पारी में 14 रन बनाए और रोस टेलर ने क्रिकेट को कहा अलविदा - Ross Taylor score fourteen runs in the last int innings for Newzealand
हैमिल्टन: रोस टेलर ने नीदरलैंड के खिलाफ तीसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में सोमवार को यहां न्यूजीलैंड की तरफ से अपना आखिरी मैच खेला जिसमें उन्होंने 14 रन बनाये तथा दर्शकों ने खड़े होकर इस दिग्गज का अभिवादन किया।

टेलर का यह न्यूजीलैंड के लिये 450वां और आखिरी मैच था जिससे उनके 16 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर का भी अंत हो गया। इस 38 वर्षीय बल्लेबाज ने इस साल के शुरू में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला था लेकिन वह अपने घरेलू मैदान सेडन पार्क पर अंतिम मैच खेलकर क्रिकेट को अलविदा कहना चाहते थे।

राष्ट्रगान के दौरान टेलर के बच्चे मैकेंजी, जोंटी और एडिलेड उनके साथ खड़े थे। जब वह मैदान पर उतरे और वापस लौटे तो नीदरलैंड के खिलाड़ियों ने उनके दोनों तरफ खड़े होकर उन्हें सम्मान दिया।
टेलर ने 2006 में न्यूजीलैंड के लिये अपना पहला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था। इसके अगले वर्ष उन्होंने अपना पहला टेस्ट खेला। उन्होंने 112 टेस्ट मैचों में 19 शतकों की मदद से 7,683 रन बनाये। टेलर ने 236 एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में 8,593 रन और 102 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 1,909 रन बनाये।

टेलर दुनिया के एकमात्र खिलाड़ी हैं जिन्होंने तीनों प्रारूप में 100 से अधिक अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं।उन्हें अपने आखिरी मैच में क्रीज पर उतरने के लिये लंबा इंतजार करना पड़ा। मार्टिन गुप्टिल और विल यंग के बीच दूसरे विकेट के लिये 203 रन की साझेदारी के कारण वह 39वें ओवर में क्रीज पर उतर पाये।

उनके मैदान पर आते ही दर्शकों ने खड़े होकर उनका अभिवादन किया। जब वह 14 रन बनाकर आउट होने के बाद वापस पवेलियन लौट रहे थे तो उनके चेहरे पर फीकी मुस्कान थी। वह नीदरलैंड के खिलाड़ियों के बीच से निकलकर मैदान से बाहर गये। इस बीच दर्शकों ने खड़े होकर उनका अभिवादन किया।

टेलर ने बाद रेडियो न्यूजीलैंड से कहा, ‘‘ मैं हमेशा परिस्थितियों के अनुसार और चेहरे पर मुस्कान लेकर खेला। मैंने पूरे गर्व और सम्मान के साथ अपने देश का प्रतिनिधित्व किया। मैं शुरू से देश के लिये खेलना चाहता था। ’’(एपी)
ये भी पढ़ें
सिर्फ माही की फुर्ती से कुछ नहीं होगा चेन्नई का, जीतने के लिए करने होंगे जतन