हैमिल्टन:न्यूज़ीलैंड के ऊपर सांस रोक देने वाले मुक़ाबले में इंग्लैंड की एक विकेट से जीत ने सेमीफ़ाइनल की दौड़ को और रोमांचक बना दिया है। इस जीत के साथ जहां गत विजेता इंग्लैंड की उम्मीदें अभी भी ज़िंदा हैं तो वहीं न्यूज़ीलैंड के लिए आगे के दरवाज़े क़रीब-क़रीब बंद होते मालूम पड़ रहे हैं।
भारत के लिए भी अंतिम चार में पहुंचने का रास्ता अभी भी खुला हुआ है। ग्रुप स्टेज में अब केवल नौ मैच ही बचे हैं लेकिन अभी तक ऑस्ट्रेलिया के अलावा किसी और टीम को सेमीफ़ाइनल का टिकट हासिल नहीं है।
एक नज़र डालते हैं सेमीफ़ाइनल में प्रवेश करने के लिए किस टीम के सामने कौन सी चुनौती है और क्या है समीकरण।
भारत: भारत को अपने दोनों ही बचे हुए मुक़ाबले जीतने होंगे और उम्मीद करनी होगी कि दक्षिण अफ़्रीका या वेस्टइंडीज़ आठ अंक से ज़्यादा हासिल ना करें। ये तभी मुमकिन है जब वेस्टइंडीज़ को अपने बचे हुए दो मुक़ाबलों में से एक में हार मिले, या फिर दक्षिण अफ़्रीका अपने सभी मैच हारे। अगर ये दोनों नतीजे भारत के पक्ष में जाते हैं तो फिर भारत और इंग्लैंड दोनों ही आठ अंकों के साथ सेमीफ़ाइनल में प्रवेश कर जाएंगे। (बशर्ते इंग्लैंड भी अपने बचे हुए दोनों मुक़ाबले जीत जाए)। इस स्थिति में वेस्टइंडीज़ और दक्षिण अफ़्रीका ख़राब नेट रनरेट की वजह से बाहर हो जाएंगे।
दूसरी तरफ़ अगर वेस्टइंडीज़ की टीम अपने दोनों मैच जीत जाती है, और दक्षिण अफ़्रीका को अगर ऑस्ट्रेलिया पर जीत हासिल हो जाती है तो फिर तीन टीम आठ अंक या उससे ज़्यादा पर फ़िनिश करेंगी। इस स्थिति में भारत और इंग्लैंड के बीच चौथे स्थान के लिए लड़ाई होगी। (अगर इंग्लैंड और भारत दोनों आठ अंक पर समाप्त करते हैं)
न्यूज़ीलैंड:न्यूज़ीलैंड को तीन मैचों में बेहद क़रीबी हार का सामना करना पड़ा है : इंग्लैंड के ख़िलाफ़ एक विकेट, दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ दो विकेट और वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ तीन रन। इन तीन हार के बाद मेज़बान टीम प्रतियोगिता से बाहर होने के कगार पर खड़ी है। इंग्लैंड को अगर अपने आख़िरी दोनों मुक़ाबलों में बांग्लादेश और पाकिस्तान पर जीत मिल जाती है तो कम से कम तीन टीमों के अंक छह से ज़्यादा होंगे, और न्यूज़ीलैंड इससे ज़्यादा अंक अब हासिल नहीं कर पाएगी।
लिहाज़ा न्यूज़ीलैंड को उम्मीद करनी होगी कि पाकिस्तान और दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ वेस्टइंडीज़ अपने आख़िरी दोनों मैच हार जाए। अगर ऐसा हुआ तो फिर वेस्टइंडीज़ चार अंक पर ही रह जाएगी, क्योंकि वेस्टइंडीज़ टीम का नेट रनरेट न्यूज़ीलैंड से काफ़ी अच्छा है। अगर अपने आख़िरी मैच में न्यूज़ीलैंड 300 रन बनाती है और मैच 200 रन से जीत भी जाती है तो भी उनका नेट रनरेट 0.427 ही रहेगा, और ये भारत के मौजूदा एनआरआर 0.456 से भी कम होगा। इस स्थिति में चौथी टीम के तौर पर न्यूज़ीलैंड सेमीफ़ाइनल में प्रवेश कर सकती है।
इंग्लैंड: पिछले चैंपियन इंग्लैंड के लिए प्रतियोगिता की शुरुआत बेहद निराशाजनक रही थी, हालांकि पिछले दो मैचों में जीत के बाद सेमीफ़ाइनल में जगह बनाने की दौड़ में वह अभी भी आगे हैं। ग्रुप स्टेज के बचे हुए मैचों में उनके लिए अच्छी बात ये है कि उनके दोनों ही मुक़ाबले अपेक्षाकृत कमज़ोर टीमों से है - पाकिस्तान और बांग्लादेश। इंग्लैंड के लिए अच्छी बात ये भी है कि उनका नेट रनरेट भी 0.327 है। (जो आने वाले मैचों में जीत के साथ और अच्छा हो सकता है)
अगर इंग्लैंड आठ अंकों पर फ़िनिश करती है, तो उनका एनआरआर अच्छा रहने की संभावना है। (भारत फ़िलहाल 0.456 के साथ उनसे थोड़ा आगे है लेकिन भारत को एक मैच दक्षिण अफ़्रीका से भी खेलना है जिन्होंने अब तक एक भी मैच हारा नहीं है)
इंग्लैंड की टीम अगर अपने दोनों मैच जीत भी जाती है तो भी उनके सामने बाहर होने का ख़तरा है। वह इस तरह वेस्टइंडीज़ अगर दोनों मैच जीत गई तो उनके 10 अंक हो जाएंगे, और अगर दक्षिण अफ़्रीका ने भी ऑस्ट्रेलिया को मात दे दी तो उनके भी आठ से ज़्यादा अंक हो जाएंगे। इसी तरह अगर भारतीय टीम ने भी अपने दोनों मैच जीत लिए और एनआरआर में इंग्लैंड से आगे रही तो फिर इंग्लैंड को बाहर होना पड़ेगा।
दक्षिण अफ़्रीका: अब तक अपने सभी चार मैचों में जीत हासिल करने वाली साउथ अफ़्रीकी टीम अभी भी सेमीफ़ाइनल के टिकट से दूर है। हालांकि अगले तीन में से कोई भी एक मैच जीतते ही उनके 10 अंक हो जाएंगे और फिर ऑस्ट्रेलिया के बाद वह भी अंतिम चार के लिए क्वालीफ़ाई कर जाएंगे। दक्षिण अफ़्रीका के बचे हुए तीनों मैच ऐसी टीमों से हैं जहां उन्हें कड़ी चुनौती मिलने वाली है। अगर इन तीनों ही मैचों में उन्हें हार मिलती है तो फिर उनके लिए आगे जाने के दरवाज़े बंद हो सकते हैं। क्योंकि फिर वेस्टइंडीज़ के 10 अंक हो जाएंगे और इंग्लैंड और भारत भी आठ अंकों पर रहेगी, जहां फ़ैसला नेट रनरेट के आधार पर होगा।
वेस्टइंडीज़: मौजूदा अंक तालिका में वेस्टइंडीज़ तीसरे पायदान पर है, लेकिन इस टीम का नेट रनरेट -0.930 है, जो सेमीफ़ाइनल की दौड़ में चल रही सभी टीमों में सबसे कम है। हालांकि अगर इस टीम को अपने बचे दोनों मैचों में जीत मिलती है तो फिर उन्हें सेमीफ़ाइनल का टिकट मिल जाएगा। लेकिन अगर उन्हें दो में से एक में भी हार मिल गई और इंग्लैंड ने पाकिस्तान और बांग्लादेश को हरा दिया तो फिर वेस्टइंडीज़ को उम्मीद करनी होगी कि भारत अपने बचे हुए मैचों में से कम से कम एक में हार जाए। ऐसी स्थिति में ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ़्रीका, इंग्लैंड और वेस्टइंडीज़ सेमीफ़ाइनल में पहुंच जाएंगे।
बांग्लादेश: बांग्लादेश के लिए अंक गणितीय समीकरण तो उन्हें आठ अंकों तक पहुंचा सकता है, लेकिन हक़ीक़त में ये काफ़ी मुश्किल होगा। क्योंकि उनके सामने तीनों ही मैचों में विश्व क्रिकेट की मज़बूत टीमें होंगी।
(वार्ता)