हैदराबाद: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने डेथ ओवरों में खराब गेंदबाजी के चलन को संबोधित करते हुए कहा है कि तेज गेंदबाजों को समय देने की जरूरत है।रोहित ने कहा कि कई विभागों में सुधार की गुंजाइश है विशेषकर डेथ ओवरों की गेंदबाजी में।
भारती कप्तान ने कहा, बहुत सारे विभाग हैं (जिनमें सुधार की गुंजाइश है), खासकर हमारी डेथ ओवरों की गेंदबाजी। वे दोनों (हर्षल और बुमराह) काफी समय बाद खेल रहे हैं। उनके (आस्ट्रेलिया के) मध्य और निचले क्रम को गेंदबाजी करना काफी मुश्किल है। इस पर ध्यान नहीं देना चाहते। वे ब्रेक के बाद आ रहे हैं और उन्हें लय में आने में समय लगेगा।
एशिया कप 2022 में खराब प्रदर्शन के बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की टी20 शृंखला में भी भारतीय गेंदबाज डेथ ओवरों में अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतर सके, लेकिन कप्तान रोहित ने रविवार को मैच के बाद हर्षल पटेल और भुवनेश्वर कुमार से संबंधित सवालों के जवाब में दोनों गेंदबाजों का बचाव किया।
रोहित ने रविवार को मैच के बाद हर्षल के बारे में कहा, "चोट के बाद वापसी करना हमेशा मुश्किल होता है। वह दो महीनों तक क्रिकेट से दूर रहे। जब भी गेंदबाज चोट से गुजरकर वापस आते हैं तो यह आसान नहीं होता। हमने उन्हें इन तीन मैचों में उनके प्रदर्शन के आधार पर अपनी राय नहीं बना रहे क्योंकि हमें उनकी गुणवत्ता के बारे में पता है।"
उन्होंने कहा, "उन्हें अतीत में हमारे लिये और अपनी फ्रेंचाइजी के लिये कई मुश्किल ओवर फेंके हैं। हमें उनकी गुणवत्ता पर भरोसा है। उनपर भरोसा करना जरूरी है और मुझे विश्वास है कि वह भी इन गलतियों को सुधारने का प्रयास कर रहे हैं। वह अपनी गेंदबाजी पर कड़ी मेहनत कर रहे हैं।"
9 ओवर में हर्षल पटेल ने लुटाए 99 रनहर्षल ने इस विस्मरणीय शृंखला के पहले मैच में बिना विकेट लिये चार ओवर में 49 रन दिये जबकि वर्षाबाधित दूसरे टी20 में दो ओवर में 32 रन लुटाये। तीसरे मैच में उन्होंने केवल दो ही ओवर फेंके और 18 रन देकर एक विकेट लिया।कुल मिलाकर हर्षल पटेल ने 9 ओवरों में 99 रन दिए।
रोहित ने कहा, "हम जब भी नेट्स में अभ्यास करते हैं, वह हमेशा अपने कौशल पर काम कर रहे होते हैं। आप चाहते हैं कि खिलाड़ी मैदान में जाएं और सुधार करते रहें। हम इसके बारे में हमेशा बात करते हैं। मुझे विश्वास है कि वह अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म से ज्यादा दूर नहीं हैं।"
चोट से लौटे हर्षल के अलावा डेथ ओवरों में भुवनेश्वर कुमार की गेंदबाजी भी भारत के लिये चिंता का विषय रही है। भुवनेश्वर ने पिछले तीन हफ्तों में तीन बार 19वां ओवर फेंका है जिसमें उन्होंने क्रमशः 19, 14 और 16 रन दिये हैं।
हैदराबाद में रविवार को खेले गये टी20 में भुवनेश्वर को 18वां ओवर फेंकने की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी, जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने 21 रन जोड़े। रोहित का मानना है कि भुवनेश्वर भारत के लिये लंबे समय से अच्छा प्रदर्शन करते आये हैं इसलिये उन्हें समय देना आवश्यक है।
रोहित ने कहा, "यह जरूरी है कि हम उन्हें समय दें। हम जानते हैं कि उनके अच्छे दिन उनके बुरे दिनों से ज्यादा रहे हैं। यह हम पिछले कुछ सालों में देख चुके हैं। उनका हालिया प्रदर्शन वैसा नहीं रहा जैसा वह चाहते थे, लेकिन यह किसी भी गेंदबाज के साथ हो सकता है।"
रोहित ने कहा कि टीम प्रबंधन भुवनेश्वर से डेथ ओवरों में गेंदबाजी के बारे में बात कर रहा था, और उन्हें पूरी उम्मीद है कि भुवी अपनी गेंदबाजी में सुधार करेंगे। रोहित ने हर्षल की तरह ही भुवनेश्वर के समर्थन में कहा कि प्रबंधन उनकी गुणवत्ता में विश्वास करता है।
रोहित ने कहा, "हमारी तरफ से हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि हम और क्या कर सकते हैं। जब आप डेथ में गेंदबाजी कर रहे होते हैं तो आप बल्लेबाज को अनुमान नहीं लगने दे सकते हैं, आपके पास मैदान के दोनों किनारों पर गेंदबाजी करने का विकल्प होना चाहिए। यह वे चीजें हैं जिनके बारे में हम उनसे बात कर रहे हैं। उनके जैसे अनुभव वाले व्यक्ति के लिए इन सब बातों को समझना आसान होगा।"
उन्होंने कहा, "वह ऐसा कर चुके हैं, यह उनके दिमाग में है। ऐसा नहीं है कि वह अपनी पुरानी गेंदबाजी को पूरी तरह से भूल गये हैं, बस उन्हें आत्मविश्वास के साथ सब बाहर लाने की जरूरत है।"
अगले महीने टी20 विश्व कप के लिए ऑस्ट्रेलिया जाने से पहले भारत को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन टी20 मैचों की शृंखला खेलनी है जो बुधवार (28 सितंबर) से शुरू हो रही है। भुवनेश्वर इस दौरान कंडीशनिंग-संबंधी कार्य के लिये बेंगलुरु में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के साथ जुड़ेंगे, लेकिन हर्षल इस शृंखला का उपयोग फॉर्म में वापस लौटने के लिये कर सकते हैं।