India vs Bangladesh 2nd Test Kuldeep Yadav : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 2 मैचों की सीरीज का दूसरा और आखिरी मैच कानपुर के ग्रीनपार्क स्टेडियम में खेला जा रहा है जहां फैंस को उम्मीद थी कि काली मिट्टी की पिच पर टीम एक तेज गेंदबाज को आराम देकर एक स्पिनर को खिलाएगी और चूंकि कानपुर कुलदीप यादव का होम ग्राउंड है तो कुलदीप का आना लगभग तय ही लग रहा था लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं हुआ, और भारतीय टीम बिना कोई बदलाव के दूसरे टेस्ट में उतरी।
उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ ने इस मैच के लिए दो पिच तैयार की थी, भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और मुख्य कोच गौतम गंभीर ने मैच की पूर्व संध्या पर दोनों पिच का निरीक्षण किया था। सहायक कोच अभिषेक नायर ने कहा था कि मैच की सुबह पिच और परिस्थितियों को देखकर टीम का चयन किया जाएगा। जैसा कि हमने बताया कानपुर में दो पिच तैयार की गई थी, एक तेज गेंदबाजों को मदद करती और दूसरी स्पिनर को।
कल तक इस बारे में कोई निर्णय नहीं लिया गया था कि किस सतह का उपयोग किया जाएगा लेकिन काली मिट्टी की पिच पर घास और बारिश की वजह से यह निर्णय लेना पड़ा। इस टेस्ट के पहले तीन दिनों में बारिश होने की भविष्यवाणी की गई है जिसका नजारा हमने पहले दिन देख ही लिया, टॉस में भी देरी हुई और लंच ब्रेक के दौरान भी बारिश ने दखल दी और 35 ओवर के बाद बारिश की वजह से मैच को पहले दिन जल्दी रद्द किया गया। इस दौरान बांग्लादेश ने अपने 3 विकेट खोकर 107 रन बनाए, आकाश दीप को 2 और रविचंद्रन अश्विन को 1 विकेट मिला।
टॉस के दौरान रोहित शर्मा ने कहा, "हम पहले गेंदबाजी करेंगे। पिच थोड़ी सॉफ्ट लग रही है, इसलिए हमें जल्दी बढ़त बनानी होगी और हम चाहते हैं कि हमारे तीन तेज गेंदबाज इसका फायदा उठाएं। हमने पहले मैच में बल्लेबाजी में अच्छी शुरुआत नहीं की लेकिन हमने स्कोर करने का एक तरीका ढूंढ लिया, और गेंदबाजों ने काम किया। मुझे उम्मीद है कि यहां कुछ अलग नहीं होगा - हमें चुनौती दी जाएगी, लेकिन हमारे पास उसी टीम को वापस उछालने का अनुभव है।''
ऑस्ट्रेलिया के लिए चल रही है जमकर तैयारी
भारतीय टीम को नवंबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1.5 महीने तक बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के 5 मैच खेलने हैं, जहां उछाल भरी पिचें हैं और पारी की शुरुआत में तेज गेंदबाजों को मदद मिलती है। भारतीय टीम बस उसी की तैयारी कर रही है और आकाशदीप जिस तरह से खेल रहे हैं, वे लगभग अपना टिकट पक्का कर चुकें हैं।
और कितना इंतजार करना होगा कुलदीप को?
कुलदीप में टैलेंट कूट-कूट कर भरा हुआ है लेकिन रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा की छाया में वे छिप जाते हैं और जब तक ये दोनों दिग्गज मौजूद हैं तब तक उन्हें बैकअप स्पिनर के तौर पर ही देखा जाएगा और कुलदीप भी अब इस बात से समझौता कर चुकें हैं लेकिन उन्हें जब भी मौका मिलेगा वे अपना बेस्ट देंगे और कुछ ऐसा ही किया था उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज में जहां उन्होंने 19 विकेट चटकाए थे और आखिरी मैच में 7 विकेट चटकाकर मैन ऑफ द मैच का खिताब अपने नाम किया था।
कुलदीप ने एक बार कहा था, "भारत में स्पिनरों के बीच हमेशा कॉम्पिटिशन रहेगा, चाहे प्रारूप कोई भी हो। मैदान पर उतरने के लिए हमेशा 4 स्पिनर तैयार रहेंगे। अब मैं खुद को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूं और हर मौके का फायदा उठाने के लिए तैयार हूं।"
कुलदीप यादव ने कुल 12 टेस्ट खेले हैं और इन 12 में से उन्होंने 8 भारत में ही खेले हैं लेकिन उन्होंने अब तक कानपुर या लखनऊ में एक भी मैच नहीं खेला है, मैच के पहले कानपुर की जनता भी अपने हीरो को एक्शन में देखने के लिए उत्सुक थी, एक फैन ने कहा भी था कि हम कुलदीप यादव को यहां हैटट्रिक लेते देखना चाहते हैं लेकिन बारिश के देवता को यह मंजूर नहीं था, मौसम के चलते मैच में 3 तेज गेंदबाजों को ही प्राथमिकता दी गई।