नागपुर: पहले मैच में बड़े स्कोर का बचाव करने में नाकाम रही भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की श्रृंखला जीवंत रखने के लिए शुक्रवार को यहां दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में अपनी कमियों को दूर करने की कोशिश करेगी लेकिन स्टार गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को लेकर अब भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
बुमराह ने इंग्लैंड दौरे के बाद से कोई मैच नहीं खेला है। वह पीठ दर्द के कारण एशिया कप में नहीं खेले थे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ श्रृंखला के लिए उन्हें टीम में चुना गया लेकिन टीम प्रबंधन ने उन्हें मोहाली में पहले मैच में अंतिम एकादश में नहीं रखा। इससे यह आशंका पैदा हो गई क्या वह अभी पूरी तरह से फिट है या नहीं।
भारतीय टीम अपने तेज गेंदबाजी आक्रमण को लेकर चिंतित है जिसमें ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या भी शामिल है। उन्होंने जो
पिछले 14 ओवर किए हैं उनमें 150 रन लुटाए हैं।
अनुभवी तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार डेथ ओवरों में नहीं चल पा रहे हैं। उन्होंने पाकिस्तान, श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 19वें ओवर में गेंद संभाली लेकिन इन तीन ओवरों में उन्होंने 49 रन लुटाए। ऐसी परिस्थितियों में भारत के लिए बुमराह का फिट होना बेहद जरूरी हो गया है।
भारत को ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्वकप से पहले अभी पांच मैच खेलने हैं और इन मैचों में उसे अपनी सभी कमजोरियों को दूर करना होगा। भारत विश्व कप में अपना पहला मैच 23 अक्टूबर को पाकिस्तान के खिलाफ खेलेगा।
एशिया कप से पहले जहां भारत के लिए शीर्ष क्रम के तीन बल्लेबाजों का रवैया परेशानी का सबब बना हुआ था वहीं अब गेंदबाजी उसके लिए चिंता का विषय बन गया है क्योंकि बल्लेबाजी के लिए अनुकूल परिस्थितियों में भारतीय गेंदबाजों की कमजोरी खुलकर सामने आई है।
किसी भी तरह की परिस्थिति में भारत के मुख्य स्पिनर रहे यूज़वेंद्र चहल में पहले की तरह मारक क्षमता नहीं दिख रही है। पिछले कुछ मैचों में वह काफी महंगे साबित हुए हैं। उन्हें उन विकेटों पर भी अच्छा प्रदर्शन करने का तरीका ढूंढना होगा जो कि स्पिनरों के मददगार नहीं होते हैं।रविंद्र जडेजा के चोटिल होने के कारण टीम में लिए गए ऑलराउंडर अक्षर पटेल ने हालांकि पिछले मैच में तीन विकेट लेकर अपनी काबिलियत साबित की।
पिछले मैच में भारत का क्षेत्ररक्षण भी अच्छा नहीं रहा और उसने तीन आसान कैच टपकाए। इसके लिए पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने भी टीम की आलोचना की थी।
बल्लेबाजी में सुधार देखने को मिलाबल्लेबाजी में आक्रमक रवैए का फायदा मिल रहा है। पिछले मैच में इसी अंदाज में बल्लेबाजी करके केएल राहुल, हार्दिक पंड्या और सूर्यकुमार यादव ने रन बटोर कर स्कोर 200 रन के पार पहुंचाया था जबकि शीर्ष क्रम के बल्लेबाज रोहित शर्मा और विराट कोहली जल्दी आउट हो गए थे।
टीम में फिनिशर की भूमिका निभा रहे दिनेश कार्तिक को पिछले मैच में ज्यादा मौका नहीं मिला और उन्हें यहां अधिक मौका दिया जा सकता है ताकि विश्व कप के लिए विकल्प खुले रहें।
यहां विदर्भ क्रिकेट संघ स्टेडियम का विकेट मोहाली से हालांकि भिन्न होगा। विकेट के धीमे होने के संभावना है और ऐसे में गेंदबाजों की भूमिका अधिक महत्वपूर्ण बन जाती है। शाम को ओस का प्रभाव देखते हुए कोई भी टीम लक्ष्य का पीछा करना बेहतर समझेगी।
भारत सबसे पहले चाहेगा कि किसी भी तरह टॉस जीता जाए ताकि सीरीज में बराबरी के पास आया जा सके। अगर नागपुर में भी ऑस्ट्रेलिया टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी ले लेता है तो टीम इंडिया पर दोहरा दबाव हो जाएगा। उनको 208 रनों से भी ज्यादा रन बनाने पड़ेंगे जिसके दबाव में गुच्छे में विकेट गिर सकते हैं और स्कोर 180 या फिर उससे भी नीचे का हो सकता है।