मांकडिंग को अब जाना जाएगा रन आउट के रूप में , कैच आउट पर भी बदला यह नियम
मांकडिंग को लेकर विश्व क्रिकेट में कई बार बहस हुई है कई लोगों ने इसको नियमों के विरूद्ध माना है लेकिन अब क्रिकेट में मांकड़िग लगातार देखी जा सकेगी। मारलिबोन क्रिकेट क्लब के संशोधित नियमों के मुताबिक अब मांकडिंग को रन आउट का ही एक प्रारूप माना जाएगा।
भारत के अनुभवी आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन समेत कई खिलाड़ियों ने हालांकि इसे बल्लेबाज को आउट करने का उचित तरीका बताकर इसकी पैरवी की है ।
एमसीसी ने मंगलवार की रात जारी बयान में कहा , दूसरे छोर पर खड़े बल्लेबाज को रन आउट करने संबंधी नियम 41 . 16 को नियम 41 (अनुचित) खेल से हटाकर नियम 38 (रन आउट) में डाल दिया गया है । नियम के शब्द समान रहेंगे ।
सबसे पहले 1948 में इस तरह का वाकया हुआ था जब भारत के महान खिलाड़ी वीनू मांकड़ ने आस्ट्रेलियाई विकेटकीपर बिल ब्राउन को दूसरे छोर पर आउट किया था । उन्होंने इससे पहले बल्लेबाज को चेतावनी भी दी थी ।
आस्ट्रेूलियाई मीडिया ने इसे मांकेडिंग करार दिया लेकिन सुनील गावस्कर जैसे महान खिलाड़ियों ने इसे मांकड़ के प्रति अपमानजनक बताकर इसका कड़ा विरोध किया ।
इसके अलावा जब कोई खिलाड़ी कैच आउट हो और गेंद हवा में होने तक दोनों बल्लेबाज एक दूसरे को क्रॉस करलें तो भी नया बल्लेबाज ही क्रीज पर आएगा। इससे पहले हवा में गई गेंद पर कैच आउट होकर दूसरे छोर पर खड़ा बल्लेबाज अगली गेंद खेल सकता था अगर उसने आउट हुए बल्लेबाज को क्रॉस किया हो तो।
क्या कहता था नियम?
मारलिबोन क्रिकेट क्लब के सभी नियमों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर माना जाता थाहै। इसके 41.16 निमय के अंदर मांकड़िग का नियम विस्तार से लिखा गया था। इसके अनुसार
(अगर बल्लेबाज नॉन स्ट्राइकिंग एंड पर है और क्रीज छोड चुका है और गेंदबाज एक्शन ले चुका है तो वह गिल्लियां बिखेर कर उसे रन आउट कर सकता है। ऐसे में यह गेंद नहीं गिनी जाएगी। इस प्रयास में अगर गेंदबाज बल्लेबाज को रन आउट नहीं कर पाता है तो गेंद तुरंत डेड घोषित कर जाएगी।)
2017 में हुआ बदलाव
साल 2017 में इस नियम में एमसीसी ने एक और बदलाव किया। पहले बॉलिंग एक्शन शुरु करने के बाद ही गेंदबाज मांकडिंग कर सकता था लेकिन इस साल से गेंदबाजी एक्शन शुरु करने से पहले भी वह बल्लेबाज को रन आउट कर सकता है।
वीनू मांकड ने की थी सबसे पहले मांकड़िग
मांकडिंग शब्द भारतीय गेंदबाज वीनू मांकड के कारनामे के बाद मशहूर हुआ। 13 दिसंबर 1947 को खेले जा रहे एक मैच में उन्होंने बिल ब्राउन को ऐसे ही आउट कर दिया। इसके बाद मांकडिंग शब्द और इस तरीके से आउट करना प्रचलन में आया। हालांकि इस गैर पारंपरिक तरीके से रन आउट करने पर मांकड को काफी आलोचना झेलनी पड़ी। लेकिन सर डॉन ब्रैडमैन ने उनका पक्ष लिया।