गावस्कर ने बांधे जायसवाल की तारीफों के पुल, कहा बल्लेबाजी को लेकर अलग नजरिया पेश करता है
Border-Gavaskar Trophy IND vs AUS Perth Test : महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने शीर्ष स्तरीय ऑस्ट्रेलियाई आक्रमण के खिलाफ यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) की शानदार बल्लेबाजी से प्रभावित होकर कहा कि यह युवा खिलाड़ी अत्यधिक सतर्क रहने के बजाय अपने शॉट खेलकर सलामी बल्लेबाज की भूमिका को लेकर एक बिल्कुल अलग नजरिया पेश करता है।
जायसवाल ने तीसरे दिन बल्लेबाजी करते हुए टेस्ट क्रिकेट का अपना चौथा शतक पूरा किया इस दौरान उन्होंने 205 गेंदों का सामना किया और मिचेल स्टार्क (Mitchell Marsh) की गेंद पार आउट होने से पहले 161 रनों की शानदार पारी खेली, उन्होंने अपनी इस पारी में 15 चौके और 3 छक्के जड़े। यशस्वी वे ऑस्ट्रेलिया में पहली बार खेलते हुए शतक जड़ने वाले तीसरे भारतीय बने। इस से पहले ऐसा कमाल 1977-78 सीरीज में सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने ब्रिस्बेन में किया था और लिटिल मास्टर से पहले यह करिश्मा 1967-68 में एमएल जयसिम्हा (ML Jaisimha) ने किया था, ये तीनों ही शतक दूसरी पारी में आए थे।
महान सलामी बल्लेबाज गावस्कर ने कहा, यह लड़का खास है। वह जहां से आया है, जिस तरह से बल्लेबाजी कर रहा है और शोहरत को संभाल रहा है, यह आसान नहीं होता है।
उन्होंने कहा, इंग्लैंड के खिलाफ उसने पांच टेस्ट मैचों में 700 से अधिक रन बनाए जिसमें से दो दोहरे शतक इस साल की शुरुआत में लगाए। और वह रनों के लिए बहुत भूखा दिखता है जो एक बल्लेबाज के तौर पर आप चाहते हैं।
गावस्कर ने स्टार स्पोर्ट्स से कहा, हममें से बहुतों से कहा गया था कि शतक बनाओ। मुझे लगता है कि वह कहता है कि मैं 150 या 200 रन बनाना चाहता हूं। वह रनों के लिए भूखा है और भारतीय क्रिकेट को बिल्कुल इसी की ज़रूरत है।