पहले बल्ले फिर गेंद से दीप्ति ने पहले वनडे में ढहाई लंका, भारत 4 विकेटों से जीता
पल्लेकेल:प्लेयर ऑफ द मैच दीप्ति शर्मा (25/3 और नाबाद 22) के बेहतरीन हरफनमौला प्रदर्शन से भारत ने श्रीलंका को पहले वनडे में शुक्रवार को चार विकेट से हराकर तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली।
श्रीलंका ने 48.2 ओवर में 171 रन बनाये जबकि भारत ने 38 ओवर में छह विकेट पर 176 रन बनाकर जीत अपने नाम की। मुश्किल पिच पर बल्लेबाजी करना दोनों ही टीमों के लिए आसान नहीं रहा।
टर्न लेती गेंदों पर स्पिनरों ने बल्लेबाजों को खूब नचाया। पहले रेणुका सिंह और दीप्ति शर्मा के तीन-तीन विकेटों की बदौलत भारतीय टीम ने श्रीलंका को 171 रनों पर पवेलियन भेज दिया। श्रीलंका की तरफ से नीलाक्षी डिसिल्वा ने सर्वाधिक 43 और हसिनी परेरा ने 37 रन बनाये।
इसके बाद श्रीलंकाई स्पिनरों ने भी भारतीय बल्लेबाजों की अच्छी परीक्षा ली, लेकिन भारतीय बल्लेबाजों का अनुभव काम आया। पहले शेफाली वर्मा ने 40 गेंदों में 35 रन की तेजतर्रार पारी खेली। इसके बाद हरमनप्रीत (44) और हरलीन देओल (34) ने बेहतरीन साझेदारी करके भारत को मैच से बाहर नहीं होने दिया। हालांकि श्रीलंकाई स्पिनर इनोका ने जल्द तीन विकेट लेकर भारत के लिए मुश्किल कर दिया था, लेकिन बाद में दीप्ति (नाबाद 22) और पूजा वस्त्रकर (नाबाद 21) ने संयम से बल्लेबाजी करके भारत को जीत दिला दी।
भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने जीत के बाद कहा,''यह जीत हमारे लिए जरूरी थी। रन बनाकर अच्छा लगा। अच्छा लग रहा है कि हम जो चाहते थे वही हुआ। हम अधिक से अधिक साझेदारी बनाना चाहते थे। इस बार ऐसा अधिक नहीं हो सका लेकिन अगले मैच में हम ऐसा करने की कोशिश करेंगे। शेफाली अधिक गेंदबाजी नहीं करती है, लेकिन वह अभी युवा है और मैं चाहती हूं कि वह गेंदबाजी में अच्छा करे। श्रीलंका ने अच्छी गेंदबाजी की, बायें हाथ की गेंदबाज इनोका विकेट ले रही थी और दूसरी ओर अन्य स्पिनर दबाव बना रहे थे।''
श्रीलंका की कप्तान चमारी अटटापटटूू ने कहा,'' यह अच्छी शुरुआत नहीं थी। हमने 50 रन कम बनाए। चीज यह है कि 230 इस विकेट पर बनने चाहिए थे। वहीं शेफाली पहले 10 ओवर में अच्छा खेल गई जिसकी वजह से हमारी मुश्किल बढ़ती गई। इनोका शानदार गेंदबाज हैं, यह उन्होंने इस बार भी दिखाया। ''
प्लेयर ऑफ द मैच, दीप्ति शर्मा ने कहा, ''मैं किसी भी स्थान पर बल्लेबाजी कर सकती हूं, जहां टीम मुझसे बल्लेबाजी कराना चाहेा यह मुश्किल विकेट था। मैच की आखिरी गेंद तक टर्न हो रही थी गेंद, हम बस अंत तक मैच को ले जाना चाहते थे, यही मेरी पूजा वस्त्रकर से बात हो रही थी।''
(वार्ता)