भारत और ऑस्ट्रेलिया ए का दूसरा अभ्यास मैच ड्रॉ, शुभमन गिल और पंत ने ठोंका चयन का दावा
सिडनी। भारतीय क्रिकेट टीम और ऑस्ट्रेलिया ए के बीच गुलाबी गेंद से खेला गया दूसरा तीन दिवसीय अभ्यास मैच रविवार को यहां ड्रॉ रहा जिसमें कई चीजें मेहमान टीम के लिए सकारात्मक रहीं। भारतीय टीम इसलिए भी खुश होगी क्योंकि उसके पास चयन के लिए काफी दावेदार मौजूद होंगे जिससे वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले दिन-रात्रि टेस्ट में काफी सकारात्मक होकर मैदान में उतरेगी। 4 टेस्ट मैचों की श्रृंखला 17 दिसंबर से एडीलेड में शुरू होगी।
ऑस्ट्रेलिया ए ने तीसरे दिन 25 रन पर 3 विकेट गंवा दिए थे लेकिन बेन मैकडर्मोट और जैक विल्डरमुथ के शतकों की बदौलत उसने 4 विकेट पर 305 रन बना लिए थे। दोनों बल्लेबाजों ने दूधिया रोशनी में भारतीय तेज गेंदबाजों के बाउंसर का डटकर सामना किया। मैकडर्मोट (167 गेंद में 107 रन) ने अपने कप्तान एलेक्स कैरी (58 रन, 111 गेंद) के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 117 रन की भागीदारी निभाकर मैच को बचाने में अहम भूमिका अदा की।
वहीं विल्डरमुथ (119 गेंद में 111 रन) ने भी अपना शतक पूरा करने के अलावा मैकडर्मोट के साथ 165 रन जोड़े लेकिन डग आउट में बैठकर मैच देख रहे विराट कोहली और रवि शास्त्री इस बात से खुश होंगे कि मैच ने उन्हें चयन के लिए कई विकल्प दे दिए हैं।
पहले घंटे में ही पहले टेस्ट के लिए जो बर्न्स (01) और मार्कस हैरिस (05) की संभावित सलामी बल्लेबाजी जोड़ी को मोहम्मद शमी ने पैवेलियन भेज दिया। शमी ने 13 ओवर में 58 रन देकर दो विकेट चटकाए। दोनों सलामी बल्लेबाजों के रन नहीं जुटाने से ऑस्ट्रेलियाई टीम की चिंता निश्चित रूप से बढ़ जाएगी।
जहां तक भारतीय टीम की बात की जाए तो पृथ्वी साव की मैच में दो पारियों के दौरान ढीली बल्लेबाजी की तुलना में शुभमन गिल का संयम और पारी का आगाज करने की तकनीक ने ध्यान आकर्षित किया। इसी तरह हनुमा विहारी ने भी संयम से खेले गए शतक से खुद को दावेदारी में मजबूत रखा है। वे ऑफ ब्रेक गेंदबाजी कर सकते हैं, उनकी इसी गेंद ने कैरी को आउट किया जिससे वे टीम में छठे विशेषज्ञ बल्लेबाज के स्थान के लिए अच्छा विकल्प हो सकते हैं।
लेकिन फिर लोकेश राहुल भी मौजूद हैं जो अपने कप्तान के सामने पसीना बहा रहे हैं। राहुल सलामी बल्लेबाज और मध्यक्रम बल्लेबाज के तौर पर कई विकल्प देते हैं। उन्हें 36 टेस्ट मैचों का अनुभव है तो जब एडीलेड के लिए अंतिम एकादश का चयन किया जायेगा तो उनके अनुभव की अनदेखी नहीं की जा सकती।
अगर दिन-रात्रि अभ्यास मैच से कुछ संकेत मिले हैं तो ऋषभ पंत 73 गेंद में शतकीय पारी खेलने के बाद विकेटकीपिंग के लिये मुख्य दावेदार हैं। चयन पूर्ण रूप से पंत की अपनी बल्लेबाजी से एक सत्र में मैच का रुख बदलने की काबिलियत पर होगा जिसमें दुर्भाग्य से उनके सीनियर विकेटकीपर रिद्धिमान साहा सक्षम नहीं हैं। जहां तक गेंदबाजी का संबंध है तो जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, उमेश यादव और आर अश्विन टेस्ट मैच में शुरुआत करने को तैयार हैं।
उमेश और अश्विन हालांकि दूसरे अभ्यास मैच में नहीं खेले थे, लेकिन ऐसा अन्य तेज गेंदबाजों को देखने तथा बुमराह और शमी को अभ्यास देने के लिए किया गया। तीसरे दिन दोनों ने 13-13 ओवर गेंदबाजी की जबकि बैकअप तेज गेंदबाज नवदीप सैनी (16 ओवर में 87 रन) और मोहम्मद सिराज (17 ओवर में 54 रन देकर एक विकेट) ने लंबे स्पैल डाले।(भाषा)