वर्ल्ड कप में अनदेखी से नाराज अंबाती रायडू ने लिया अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेटर अंबाती रायडू ने बुधवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। रायडू ने बीसीसीआई को पत्र लिखकर अपने फैसले की जानकारी दी है।
रायडू ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट- टेस्ट मैच, वनडे और टी-20 से संन्यास लेने की घोषणा की है। जानकारी के मुताबिक विश्वकप की 15 सदस्यीय टीम में नहीं जाने से अंबाती खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि रायडू ने 55 एकदिवसीय मैचों में 47.05 के औसत से 1694 रन बनाए हैं। इनमें उनके 3 शतक और 10 अर्द्धशतक शामिल हैं।
वर्ल्ड कप के लिए थे स्टैंडबाय सूची में : आंध्र के इस 33 साल के खिलाड़ी को ब्रिटेन में चल रहे विश्व कप के लिए अधिकारिक स्टैंडबाई सूची में रखा गया था, लेकिन ऑल राउंडर विजय शंकर के चोटिल होने के बाद उसकी अनदेखी की गई। इस खिलाड़ी ने अभी अधिकारिक घोषणा नहीं की है लेकिन बीसीसीआई अधिकारी ने कहा कि उसने इस फैसले से बीसीसीआई को अवगत करा दिया है। अधिकारी ने कहा कि उसने बोर्ड को बता दिया है। रायडू कभी टेस्ट टीम में जगह नहीं बना सके और विश्व कप से पहले वे सुर्खियों में थे।
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कुछ महीने पहले चौथे नंबर के लिये रायुडू के नाम की घोषणा की थी लेकिन टूर्नामेंट के लिए चुनी गई अंतिम टीम में रायुडू की अनदेखी की गई और शंकर को चुना गया। मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने इस फैसले को सही करार दिया था।
इसके बाद रायुडू ने इस बयान का मजाक उड़ाते हुए सोशल मीडिया पर ट्वीट किया कि विश्व कप देखने के लिये तीन आयामी (थ्री डी) चश्मे का ऑर्डर किया है। घरेलू सर्किट में साथी क्रिकेटरों के साथ कई बार और यहां तक मैच अधिकारियों के साथ झड़प के कारण रायुडू की छवि तुनकमिजाज खिलाड़ी की बन गई