Last Modified: नई दिल्ली ,
गुरुवार, 6 मई 2010 (14:04 IST)
ब्याज दरें एक फीसद बढ़ सकती हैं
ड्यूश बैंक ने कहा है कि ब्याज दरों में बढ़ोतरी का दबाव होगा, लेकिन अगले वित्त वर्ष की पहली छमाही के दौरान बढ़ोतरी एक फीसद से अधिक नहीं होगी।
ड्यूश बैंक (इंडिया) के मुख्य कार्याधिकारी गुणित चड्ढा ने 'माइंडमाई सम्मेलन 2010' के मौके पर कहा मुझे भरोसा है कि ब्याज दरों पर बढ़ोतरी का दबाव रहेगा, लेकिन अगले वित्त वर्ष की पहली और दूसरी तिमाही के दौरान यह दबाव आधे से एक फीसद का होगा।
उन्होंने कहा बढ़ोतरी इससे अधिक नहीं होगी। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा बाजार से अतिरिक्त नकदी वापस लेने के लिए नकद आरक्षी अनुपात (सीआरआर) में 0.75 फीसद तक की बढ़ोतरी किए जाने के कारण ब्याज दरों पर दबाव बढ़ा।
चड्ढा को भरोसा है कि अगले वित्त से देश में ऋण वृद्धि दर बढ़कर करीब 20 फीसद हो जाएगी, जो फिलहाल 16 फीसद है। उन्होंने कहा हमारे ड्यूश बैंक के विश्लेषकों का विचार है कि 2010-11 में ऋण वृद्धि दर 20 फीसद सालाना हो जाएगी। (भाषा)