प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी के बाद BJP के खिलाफ एकजुट हुआ विपक्ष
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा, दीपेंद्र हुड्डा तथा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत 11 नेताओं के खिलाफ दंड प्रक्रिया संहिता के तहत मामला दर्ज किया गया है। लखीमपुर खीरी कांड के पीड़ितों से मिलने जाते वक्त रास्ते में 4 अक्टूबर सुबह 5 बजे सीतापुर में हिरासत में ली गई कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी अब भी पुलिस अभिरक्षा में हैं। प्रियंका की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस योगी और मोदी सरकार पर हमलावर हो गई है। कई नेताओं के बयान आए हैं। सिद्धू ने योगी सरकार को चेतावनी दी है।
पवार बोले पूरा विपक्ष किसानों के साथ : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को आगाह किया कि उसे लखीमपुर घटना की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी और दावा किया कि पूरा विपक्ष किसानों के साथ है। हिंसा को किसानों पर हमला करार देते हुए पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री पवार ने कहा कि केंद्र और उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकारों पर इसकी जिम्मेदारी बनती है और लोग भाजपा को उसके असली स्थान पर पहुंचा देंगे।
पवार ने कहा कि चाहे, यह केंद्र की सरकार हो या उत्तर प्रदेश की सरकार, वह तनिक भी संवेदनशील नहीं है। जिस प्रकार की स्थिति जालियावाला बाग में पैदा की गयी थी , उसी प्रकार की स्थिति हम उत्तर प्रदेश में देख रहे हैं। आज नहीं तो कल उन्हें इसकी भारी कीमत चुकाने ही पड़ेगी। घटना में हुई मौतों पर दुख प्रकट करते हुए पवार ने किसानों को आश्वासन दिया कि विपक्ष उनके साथ खड़ा है और वह शीघ्र ही भावी कदम पर निर्णय लेगा।
उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के वर्तमान न्यायाधीश से जांच की भी मांग की। उन्होंने कहा कि मैं उन्हें बता देना चाहता हूं कि वे किसानों की आवाज को कुचलने में कामयाब नहीं हो पाएंगे। पूरे देश के किसान एकजुट हैं और वे सरकार में बैठे लोगों द्वारा सत्ता के इस दुरूपयोग के विरूद्ध संघर्ष करेंगे। उन्होंने सांसदों, मुख्यमंत्रियों समेत विपक्षी नेताओं को लखीमपुर जाने से रोकने पर उत्तर प्रदेश सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र में उनके मौलिक अधिकारों की हत्या करने जैसा है। पवार ने कहा कि यह एक या दो दिन किया जा सकता है लेकिन यह लंबे समय तक नहीं चल सकता। लोग उन्हें उनकी (सही) जगह दिखा देंगे।
राउत ने किया संयुक्त कार्रवाई का आव्हान : शिवसेना नेता संजय राउत ने भी मंगलवार को इस दमन के खिलाफ राजनीतिक दलों की संयुक्त कार्रवाई का आह्वान किया। राउत ने कहा कि लखीमपुर खीरी हिंसा ने राष्ट्र की आत्मा हिल गयी है, प्रियंका गांधी को उत्तर प्रदेश सरकार ने गिरफ्तार कर लिया, विपक्षी नेताओं को किसानों से नहीं मिलने दिया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में सरकार के दमन के विरूद्ध संयुक्त विपक्षी कार्रवाई की जरूरत है।
जम्मू कश्मीर में प्रदर्शन : कांग्रेस की जम्मू कश्मीर इकाई ने लखीमपुर हिंसा और बाद में पार्टी नेता प्रियंका गांधी को हिरासत में ले लिये जाने को लेकर मंगलवार को यहां पार्टी मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी पुलिस अवरोधक पार कर गये तथा कुछ दूर तक व्यस्त रेसीडेंसी रोड पर पहुंच गये। उन्होंने भाजपा सरकार के खिलाफ उसके तानाशाही शासन एवं लोकतांत्रिक संस्थाओं को नुकसान पहुंचाने को लेकर नारेबाजी की। बाद में उनका प्रदर्शन शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया।
महबूबा ने भी आलोचना : पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा को हिरासत में लिए जाने की आलोचना करते हुए कहा कि भारत महज़ एक कागज़ी लोकतंत्र है और यह 'बनाना रिपब्लिक (तानाशाही व्यवस्था) बनने की ओर तेजी से बढ़ रहा है। जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने मांग की कि वाद्रा को रिहा किया जाए।
महबूबा ने कहा कि भारत सरकार के पास पहले ही कांग्रेस को फटकारने और व्यवहार्य विपक्ष की कमी पर मातम करने के लिए आज्ञाकारी मीडिया है, लेकिन व्यवस्थित रूप से सुनिश्चित करता है कि अवैध गिरफ्तारियों के जरिए वे अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं करें। हम महज़ एक कागज़ी लोकतंत्र हैं और बनाना रिपब्लिक (तानाशाही व्यवस्था) बनने की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं।