लखनऊ। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने लखनऊ में हुए योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में चल रही वर्तमान सरकार 'मारो और मुआवजा दो' की सरकार है। संजय सिंह ने कहा कि लखीमपुर कांड में किसानों की नृशंस हत्या के मामले में अजय मिश्रा और उनका बेटा 302 के आरोपी बनते हैं और उन पर मुकदमा लिखा जाता है। आज तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं सब फरार हैं।
मनीष गुप्ता की हत्या के मामले में सिपाही, दरोगा 302 के मुलजिम बनते हैं, गिरफ्तारी आज तक नहीं हुई, सब फरार हैं। इंद्रकांत त्रिपाठी की हत्या के मामले में एसएसपी 302 का मुलजिम बनता है। कार्रवाई आज तक नहीं हुई, एसएसपी फरार है। आपने अब तक सुना होगा डकैत, चोर, माफिया, स्मगलर फरार होते थे, लेकिन अब योगी आदित्यनाथ के राज में एसएसपी, दरोगा, सिपाही, मंत्री और उसका बेटा फरार होते हैं।
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने आगे बोलते हुए कहा कि आजादी के 75 साल के बाद हमने-आपने इस देश के लोगों ने सपने में भी नहीं सोचा था और कल्पना भी नहीं की थी कि सत्ता के अहंकार में मदहोश कुछ नेता कीड़े-मकोड़े की तरह किसानों को रौंद के मार देंगे।सरकार में बैठे हुए लोगों की संवेदनहीनता देखिए।
तमाम प्रमाण, वीडियो, साक्ष्य सामने आ गए कि किस तरीके से मंत्री की तेज रफ्तार गाड़ियां किसानों को रौंदते हुए चली गई, लेकिन अभी तक न केंद्र सरकार के मंत्री का इस्तीफा हुआ, न UP में आदित्यनाथ की सरकार ने इन हत्यारों को गिरफ्तार किया।संजय सिंह ने कहा कि मैं तीनों परिवारों से कल मिला।
आम आदमी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल नछत्तर सिंह जी के परिवार से, एक होनहार पत्रकार रमन कश्यप जिसकी हत्या हुई उसके परिवार से, लवप्रीत सिंह 19 साल का एक किसान का बेटा जिसको कुचल के मार दिया गया उनके परिवार से मिला।तीनों परिवार की एक ही स्वर में एक ही बात थी, अब तक दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई।
अब तक अजय मिश्रा की गिरफ्तारी और उनका इस्तीफा नहीं हुआ, अब तक आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी नहीं हुई और उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई।एक मंत्री जब तक अपने पद पर बैठा रहेगा और वह भी देश का गृह राज्यमंत्री तो उसके अधीन तो तमाम जांच एजेंसी आती हैं, जिनको जांच करना है तो कैसे जांच संभव है।
आज तो सर्वोच्च न्यायालय ने भी पूछ लिया कि आरोपियों और अपराधियों की गिरफ्तारी अब तक क्यों नहीं हुई?माननीय सर्वोच्च न्यायालय का ये पूछना यह दर्शाता है कि योगी आदित्यनाथ की उत्तर प्रदेश की सरकार नकारा है और हत्यारों के पक्ष में खड़ी रहती है।
आम आदमी पार्टी इस पूरे मामले में मांग करती है कि कोर्ट मॉनिटर्ड जांच कराई जाए, मंत्री का इस्तीफा कराया जाए, बेटे की गिरफ्तारी की जाए और उनके साथ जितने भी लोग इस घटना में शामिल थे, उन सबको पकड़कर जेल भेजा जाए।