कॉर्पोरेट टीम का अनोखा सर्वे
रेगस के सर्वे के रोचक नतीजे
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पंकज शुक्ल अगर आप अपनी कंपनी में टीम लीडर हैं और चाहते हैं कि आपके साथी ज्यादा वेतन के लालच में नौकरी ना बदलें तो अपने साथियों के जन्मदिन याद रखना और उस दिन उन्हें बधाई देने की आपकी आदत का आज की बदलती दुनिया में कोई मोल नहीं है। पहली बार हुए अपनी तरह के एक अनोखे सर्वे में कई रोचक बातें सामने आई हैं। सर्वे की सबसे अहम बात ये है कि मौजूदा दौर में हर कर्मचारी चाहता है कि दफ्तर का माहौल ऐसा हो जहां उसे तारीफ और इज्जत दोनों मिल सके। गूगल, ग्लैक्सो और नोकिया जैसी कंपनियों को कारोबारी सेवाएं देने वाली लक्जमबर्ग की कंपनी रेगस ने पहली बार भारतीय कर्मचारियों के बीच ये अनोखा अंतरराष्ट्रीय सर्वे किया है। दुनिया के 80 देशों में 17 हजार लोगों के बीच किए गए इस सर्वे के नतीजे अलग-अलग देशों से मिले जवाब के आधार पर जारी किए गए हैं।
भारत में हुए सर्वे में शामिल 66 फीसद कर्मचारियों का कहना था कि दफ्तर में सम्मान मिलना सबसे जरूरी है। हुनर को तराशना और जानकारी को साझा करने को भी 51 फीसद भारतीय कर्मचारियों ने दफ्तर के बेहतर माहौल के लिए दूसरी अहम जरूरत माना। 44 फीसद लोगों का कहना था कि कर्मचारियों के काम की मौखिक तारीफ भी लोगों को सुखद एहसास कराती है। चौथे नंबर पर जिस बात को भारतीय कर्मचारियों ने सबसे ज्यादा पसंद किया वो था साथी की कामयाबी का खुलकर जश्न मनाना।इस सर्वे से भारतीय कंपनियों में काम करने वाले लोगों की आदतों को लेकर कुछ रोचक जानकारियां भी सामने आई हैं। मसलन कि अब आप अपने साथी को उसके जन्मदिन पर मुबारकबाद देना भूल भी जाते हैं, तो ये बात ज्यादा मायने नहीं रखती। सर्वे में शामिल सिर्फ छह फीसद लोगों ने इसे जरूरी माना। दफ्तर में आते-जाते गैलरी, दरवाजों और सीढ़ियों पर दूसरों के लिए रास्ता छोड़ना भी अब खास अहमियत नहीं रखता। यही नहीं, अगर टीम लीडर अपने साथियों की राजी-खुशी के बारे में भी लगातार जानकारी नहीं लेता है तो इसका भी नए दौर में लोग बुरा नहीं मानते।