साई सुदर्शन की प्रतिभा हमेशा निर्विवाद रही है लेकिन इस आईपीएल में गुजरात टाइटंस के इस युवा खिलाड़ी के लिए जो बात सबसे खास रही वह है खेल के प्रति उनकी प्रभावशाली जागरूकता और निर्णय लेने की क्षमता जो उन्होंने पिछले साल दक्षिण अफ्रीका में भारतीय टीम के साथ अपने पहले दौरे के दौरान सीखी।
पिछले साल दक्षिण अफ्रीका अपनी पहली श्रृंखला में दो एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय अर्द्धशतक के साथ उच्चतम स्तर पर अपनी योग्यता साबित करने वाले 22 साल के सुदर्शन ने मौजूदा सत्र में टाइटंस के लिए शीर्ष क्रम में शानदार निरंतरता दिखाई है।
तमिलनाडु का यह बल्लेबाज 141.28 के स्ट्राइक रेट से 12 मैच में 527 रन के साथ मौजूदा सत्र में सर्वाधिक रन बनाने वाले शीर्ष पांच बल्लेबाजों में शामिल है। उन्होंने शुक्रवार को टी20 प्रारूप में शतक के साथ टी20 जगत का ध्यान खींचा। सुदर्शन और शुभमन गिल ने पहले विकेट के लिए संयुक्त रूप से सर्वाधिक 210 रन की साझेदारी करके टूर्नामेंट में टाइटंस की उम्मीद जीवंत रखी।
बाएं हाथ के इस बल्लेबाज को टाइटंस ने 2022 सत्र में टीम के लिए पदार्पण से पहले 20 लाख रुपये के आधार मूल्य पर खरीदा था।
सुदर्शन ने PTI
(भाषा) को दिए साक्षात्कार में कहा, मेरी बल्लेबाजी में (पिछले सत्र की तुलना में) ज्यादा बदलाव नहीं आया है लेकिन हां निर्णय लेने की क्षमता, खेल के प्रति जागरूकता या समझ में सुधार हुआ है। इससे मुझे प्रदर्शन में निरंतरता में थोड़ी मदद मिल रही है।
आधुनिक टी20 खेल में पावर हिटिंग काफी महत्वपूर्ण है लेकिन सुदर्शन अपनी टाइमिंग पर भरोसा करते हैं। पिछले साल की तुलना में वह विश्व स्तरीय गेंदबाजों के खिलाफ खुद को बेहतर स्थिति में रखने में सफल हो रहे हैं।
उन्होंने कहा, मेरी बल्लेबाजी टाइमिंग और पोजीशन (स्थिर शरीर) के बारे में है। मैंने दोनों में पकड़ बनाने की कोशिश की है। इसलिए मुझे लगता है कि चीजों को लागू करने का तरीका बेहतर हो गया है।
सुदर्शन ने कहा, मुझे (पिछले साल) प्रत्येक गेंदबाज पर हावी होने में मुश्किल हो रही थी जिससे मुझे अपनी बल्लेबाजी में बेहतर होने का मौका मिला।
भारत के लिए अपनी पहली श्रृंखला में और वह भी दक्षिण अफ्रीका में लगातार दो अर्धशतक ने उन्हें काफी आत्मविश्वास दिया। वह इस समय भारत की टी20 योजनाओं का हिस्सा नहीं हैं लेकिन आगे चलकर वनडे टीम का अभिन्न अंग हो सकते हैं।
सुदर्शन ने कहा, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ देश के लिए खेलना मेरे लिए बहुत खास था और यह एक यादगार मैच भी बन गया। इससे मुझे पता चला है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कैसे काम करता है और आपको एक बल्लेबाज के रूप में कहां सुधार करना है, अन्यथा आप खुद को बरकरार नहीं रख सकते।
ऐसे सत्र में जहां ट्रेविस हेड, अभिषेक शर्मा और सुनील नारायण जैसे बल्लेबाजों ने 200 के आसपास के स्ट्राइक रेट के साथ पावर हिटिंग को फिर से परिभाषित किया गया है, वहां सुदर्शन अपने अंदाज में खेलकर सहज हैं।
सुदर्शन ने यह भी खुलासा किया कि टाइटंस बनाम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू मैच के इतर सुपरस्टार विराट कोहली के साथ बातचीत से भी उन्हें स्पष्टता मिली।
उन्होंने कहा, पिछले मैच के बाद मेरी विराट कोहली और माही भाई (महेंद्र सिंह धोनी) से बात हुई थी। विराट के साथ यह इतना जटिल नहीं था। उनके साथ पावर प्ले के बारे में बात की कि कैसे न्यूनतम जोखिम के साथ गेंदबाज का सामना किया जाए।
सुदर्शन ने कहा, माही भाई के साथ मैंने इस बारे में बात की कि जब हम रन नहीं बनाते हैं तो कैसे चीजों निपटे और जब हम रन बनाते हैं तो चीजों को उसी तरह कैसे बनाए रखें।
सुदर्शन पिछले सत्र में सरे की चैंपियनशिप जीतने वाली टीम का हिस्सा थे और वह आईपीएल के बाद ब्रिटेन में एक और सत्र का इंतजार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, उन्होंने (सरे) मेरे से मेरी उपलब्धता के बारे में पूछा है। यदि हमारे पास उस समय (भारत में कार्यक्रम) कुछ भी नहीं है तो मैं निश्चित रूप से इस साल भी उसी काउंटी टीम पास जाऊंगा।
सुदर्शन ने कहा, ईमानदारी से कहूं तो यह एक शानदार अनुभव था क्योंकि यह एक नया ढांचा, नई परिस्थितियां, अलग विकेट, अलग गेंदें थीं। यह ब्रिटेन में मेरा दूसरा मौका था लेकिन लाल गेंद के साथ पहली बार खेला था।