10 साल बाद IPL में ओपनिंग करने उतरे रविचंद्रन अश्विन, संजू ने कहा मजबूरी थी
राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन ने इंडियन प्रीमियर लीग मुकाबले में बुधवार को यहां पंजाब किंग्स के खिलाफ पांच रन की हार के बाद रविचंद्रन अश्विन से पारी का आगाज कराने के फैसले का बचाव किया।इससे पहले रविचंद्रन अश्विन साल 2013 में कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ सलामी बल्लेबाजी करने उतरे थे। हालांकि कल वह कुछ खास नहीं कर पाए और कप्तान के इस निर्णय की खासी आलोचना हुई।हालांकि इससे पहले गेंदबाजी में अश्विन ही ऐसे अकेले गेंदबाज रहे जो पंजाब किंग्स से नहीं पिटे, उन्होंने 4 ओवरों में 19 रन देकर सिकंदर रजा को बोल्ड किया।
पंजाब ने कप्तान शिखर धवन (56 गेंद में 86 रन, नौ चौके, तीन छक्के) और प्रभसिमरन सिंह (34 गेंद में 60 रन, सात चौके, तीन छक्के) के बीच पहले विकेट की 90 रन की साझेदारी से चार विकेट पर 197 रन बनाए। धवन ने जितेश शर्मा (27) के साथ भी दूसरे विकेट के लिए 66 रन जोड़े।
इसके जवाब में नाथन एलिस (30 रन पर चार विकेट) की धारदार गेंदबाजी के सामने राजस्थान रॉयल्स की टीम शिमरोन हेटमायर (17 गेंद में 36 रन, तीन छक्के, एक चौका) और ध्रुव जुरेल (15 गेंद में नाबाद 32, दो छक्के, तीन चौके) के बीच सातवें विकेट के लिए 26 गेंद में 61 रन की साझेदारी के बावजूद सात विकेट पर 192 रन ही बना सकी। कप्तान संजू सैमसन (42) रॉयल्स की ओर से शीर्ष स्कोरर रहे।
बटलर के पारी का आगाज नहीं करने की स्थिति में देवदत्त पडिक्कल की जगह अश्विन को यह मौका देने के बारे में पूछे जाने पर सैमसन ने मैच के बाद कहा, जोस फिट नहीं थे। कैच के बाद उनकी उंगली में टांके लगे थे। पडिक्कल से पारी का आगाज नहीं कराने के बारे में सोच यह थी कि उनके पास दो स्पिनर हैं जिसमें एक बाएं हाथ का और एक लेग स्पिनर है। हम बीच के ओवरों में बाएं हाथ का यह बल्लेबाज चाहते थे।
उन्होंने जुरेल की जमकर सराहना की। सैमसन ने कहा, वह पिछले दो सत्रों से हमारे साथ है। हम सभी वास्तव में खुश हैं। जब आप आईपीएल में आते हैं तो आईपीएल शुरू होने से पहले एक सप्ताह का शिविर होता है लेकिन इन लोगों ने हमारी अकादमी में हजारों गेंदों का सामना करते हुए पांच सप्ताह काम किया। हम खुश हैं कि हमारी टीम में उस तरह का बल्लेबाज है।
लक्ष्य का पीछा करने उतरे रॉयल्स ने यशस्वी जायसवाल (11) के साथ रविचंद्रन अश्विन (00) को पारी का आगाज करने भेजा लेकिन चौथे ओवर तक ही दोनों के विकेट गंवा दिए। अर्शदीप सिंह (47 रन पर दो विकेट) ने यशस्वी जायसवाल को स्थानापन्न खिलाड़ी मैथ्यू शॉर्ट जबकि अश्विन को धवन के हाथों कैच कराया।