नई दिल्ली: महेंद्र सिंह धोनी के भविष्य को लेकर कभी खत्म नहीं होने वाली अटकलबाजी, विराट कोहली का खिताब के लिए लगातार लंबा होता इंतजार और रोहित शर्मा की फॉर्म पर शुक्रवार से शुरू हो रहे इंडियन प्रीमियर लीग के दौरान सभी की नजरें रहेंगी।
धोनी, कोहली और रोहित ने पिछले 15 साल में आईपीएल को रोमांचक बनाने में अहम भूमिका निभाई है जिससे भारत के क्रिकेट के दीवाने प्रशंसक हर साल लगभग दो महीने चलने वाले इस टूर्नामेंट का बेसब्री से इंतजार करते हैं।
आईपीएल अपने 16वें सत्र में प्रवेश कर रहा है और इस टूर्नामेंट में कुछ ऐसे बदलाव किए जा रहे हैं जो बड़ा प्रभाव छोड़ सकते हैं। इस बार इंपेक्ट प्लेयर नियम शुरू किया जाएगा जबकि वाइड और कमर से ऊपर की नोबॉल के लिए डीआरएस का सहारा लिया जा सकेगा। इसके अलावा दो बड़े प्रसारणकर्ता भी इस बार मीडिया अधिकारों की टीवी बनाम डिजिटल की लड़ाई में शामिल हो रहे है।
धोनी लगभग 42 साल के हो गए हैं लेकिन सीएसके के प्रशंसकों के बीच उनकी प्रासंगिकता कम नहीं हुई है। ये प्रशंसक चेपक पर अपने थाला को लंबे छक्के जड़ते हुए देखने के लिए बड़ी संख्या में जुटते हैं।
लोगों का कहना है कि चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) की जर्सी में यह धोनी का अंतिम साल होगा लेकिन इस दिग्गज क्रिकेटर के भविष्य पर अटकलबाजी करना कभी आसान नहीं रहा। रोहित भी इससे सहमत हैं और उन्हें हैरानी नहीं होगी अगर भारतीय टीम का उनका कप्तान 45 साल की उम्र तक खेलता रहे।
सीएसके की टीम 2022 में प्ले ऑफ में जगह नहीं बना पाई थी और इस बार धोनी की नजरें मुंबई के पांच खिताब के रिकॉर्ड की बराबरी करने पर टिकी होंगी।
टीम ने बेन स्टोक्स को अपने साथ जोड़ा है जो अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी से मैच का नक्शा पलट सकते हैं। डेवोन कॉनवे और रुतुराज गायकवाड़ पारी का आगाज कर सकते हैं जबकि अंबाती रायुडू बल्ले और दीपक चाहर गेंद से खुद को साबित कर चुके हैं।
सिमरजीत सिंह और मथीसा पथिराना ने पिछले सत्र में प्रभावित किया था। सीएके की टीम अगर स्टोक्स, मोईन अली और कॉनवे के रूप में तीन विदेशी खिलाड़ियों के साथ उतरती है तो पथिराना इंपेक्ट प्लेयर की भूमिका निभा सकते हैं।
दूसरी तरफ आईपीएल के सबसे सफल कप्तान रोहित को अपनी और टीम की फॉर्म में वापसी की उम्मीद होगी। टीम पिछले सत्र में 10 टीम के बीच अंतिम स्थान पर रही थी और इस साल उस निराशा से उबरने की कोशिश करेगी।
मुंबई की टीम की बल्लेबाजी कप्तान के अलावा इशान किशन और दुनिया के नंबर एक टी20 अंतरराष्ट्रीय बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव पर निर्भर करेगी। टी20 प्रारूप में शानदार प्रदर्शन करने वाले सूर्यकुमार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन वनडे में पहली गेंद पर आउट होने की हताशा के बाद नए प्रारूप में नई शुरुआत करना चाहेंगे।
जोफ्रा आर्चर की मौजूदगी से तेज गेंदबाजी विभाग मजबूत होगा लेकिन निश्चित तौर पर जसप्रीत बुमराह की गैरमौजूदगी का असर पड़ेगा।
मुंबई की नजरें हालांकि भविष्य की टीम तैयार करने पर टिकी हैं जो टीम में शामिल डेवाल्ड ब्रेविस, टिम डेविड, कैमरन ग्रीन, तिलक वर्मा, ऋतिक शौकीन और कुमार कार्तिकेय जैसे युवा खिलाड़ियों को देखकर साबित होता है।
धोनी और रोहित की तरह कोहली भी सभी आईपीएल में खेले हैं लेकिन खिताब जीतने में नाकाम रहे हैं। उन्होंने 2016 सत्र में 973 रन बनाए थे और इस रिकॉर्ड को तोड़ना किसी के लिए भी आसान नहीं होगा। कोहली कुछ आईपीएल फाइनल खेल चुके हैं लेकिन कभी खिताब नहीं जीत पाए।
कोहली अब रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी) के कप्तान नहीं हैं और पिछले तीन से चार साल में संभवत: मानसिक रूप से सर्वश्रेष्ठ स्थिति में हैं।कप्तान फाफ डु प्लेसिस, माइकल ब्रेसवेल, ग्लेन मैक्सवेल और दिनेश कार्तिक जैसे खिलाड़ियों की मौजूदगी कोहली को स्वच्छंद होकर खेलने की स्वीकृति देती है।
यह सत्र हार्दिक पंड्या के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण होगा क्योंकि 2022 में पहली ही साल में गुजरात टाइटंस को खिताब दिलाने के बाद उनके पास नई ऊंचाइयां छूने का मौका होगा।
पंड्या को उम्मीद होगी कि राशिद खान, मोहम्मद शमी और शुभमन गिल जैसे खिलाड़ी पिछले साल की लय में बरकरार रहेंगे। टीम अगर एक बार फिर अच्छा प्रदर्शन करती है तो वह इस साल एकदिवसीय विश्व कप के बाद इस प्रारूप में टीम की अगुआई करने के दावेदार होंगे।
टीम ने लॉकी फर्ग्युसन की जगह शिवम मावी को अपने साथ जोड़ा है और इस फैसले को लेकर कुछ सवाल भी उठे हैं।
सनराइजर्स हैदराबाद की बात करें तो नए कप्तान ऐडन मार्कराम के सामने टीम का मनोबल बढ़ाने की बड़ी चुनौती होगी। मयंक अग्रवाल, राहुल त्रिपाठी, ग्लेन फिलिप्स और हैरी ब्रूक की मौजूदगी में टीम पिछले कुछ वर्षों की तुलना में बेहतर नजर आ रही है।
टीम की गेंदबाजी हालांकि चिंता का सबब हो सकती है। बल्लेबाज अब उमरान मलिक की गेंदबाजी को बेहतर तरीके से समझने लगे हैं जबकि भुवनेश्वर कुमार की गेंदबाजी में अब पहले जैसा पैनापन नहीं है। टीम चौथे विदेशी खिलाड़ी का इस्तेमाल कैसे करती है इस पर टीम का प्रदर्शन कुछ हद तक निर्भर करेगा। उसके पास चौथे विदेशी खिलाड़ी के विकल्प के लिए तेज गेंदबाज मार्को जेसन और स्पिनर आदिल राशिद मौजूद हैं।
शिखर धवन की अगुआई वाली पंजाब किंग्स एक अन्य टीम है जो संभवत: निरंतरता में विश्वास नहीं रखती। टीम 2014 में उप विजेता बनने के बाद से वांछित नतीजे हासिल नहीं कर पाई।
टीम ने अपने कप्तान बदले, एक खराब सत्र के बाद कोच को हटा दिया और टीम में कभी स्थिरता नहीं दिखी। इस बार टीम ने सैम कुरेन पर 18 करोड़ 50 लाख रुपये खर्च किए।
लियाम लिविंगस्टोन (चोटिल) और कागिसो रबादा (राष्ट्रीय टीम के साथ) शुरुआती कुछ मुकाबलों में नहीं खेल पाएंगे जिससे टीम की लय प्रभावित हो सकती है। अर्शदीप सिंह के अलावा टीम के पास कोई प्रभावशाली भारतीय तेज गेंदबाज भी नहीं है।
लखनऊ सुपर जाइंट्स के कप्तान लोकेश राहुल के लिए 2023 अंतरराष्ट्रीय सत्र अब तक निराशाजनक रहा है और वह आईपीएल 2023 में इस हताशा को दूर करना चाहेंगे। राहुल कप्तानी में प्रभावित नहीं कर पाए हैं और उनकी बल्लेबाजी शैली पर भी सवाल उठे हैं।
लखनऊ की टीम संतुलित है और गौतम गंभीर के रूप में उसके पास कुशल रणनीतिकार है। टीम के पास कृणाल पंड्या, दीपक हुड्डा और आयुष बडोनी जैसे खिलाड़ी हैं जो मध्य क्रम को गइराई प्रदान करते हैं। टीम के पास मार्क वुड जैसा गेंदबाज भी है जो अपनी 150 किमी प्रति घंटा की रफ्तार वाली गेंदों से विरोधी बल्लेबाजों को परेशान कर सकता है।
सनराइजर्स की ओर से पिछले सत्र में निराशाजनक प्रदर्शन करने वाले निकोलस पूरन को लखनऊ ने 16 करोड़ रुपये में खरीदा और वह इस दांव को सही साबित करने की पूरी कोशिश करेंगे।
कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम भी अपने कोच चंद्रकांत पंडित पर काफी निर्भर करेगी जो बेहद कुशल रणनीतिकार हैं और नियमित कप्तान श्रेयस अय्यर की गैरमौजूदगी में नए कप्तान नितीश राणा पर उनकी योजनाओं को लागू करने का दारोमदार होगा।
केकेआर का प्रदर्शन हालांकि काफी हद तक आंद्रे रसेल और सुनील नारायण की वेस्टइंडीज की जोड़ी पर निर्भर करेगा।दिल्ली कैपिटल्स को चोटिल नियमित कप्तान ऋषभ पंत की कमी खलेगी लेकिन उनकी गैरमौजूदगी में टीम की अगुआई करने जा रहे डेविड वार्नर की नजरें दूसरी आईपीएल ट्रॉफी जीतने पर टिकी होंगी।
राजस्थान रॉयल्स की टीम इस बीच काफी संतुलित नजर रहा है। टीम के पास दुनिया की सबसे खतरनाक टी20 हिटर जोस बटलर, कलाई का चालाक स्पिनर युजवेंद्र चहल और क्रिकेट की शानदार समझ रखने वाले आर अश्विन के अलावा संजू सैमसन के रूप में प्रभावी कप्तान है।
(भाषा)