पहली बार IPL में रोहित शर्मा नहीं लगा पाए अर्धशतक, धोनी कोहली से भी बुरा रहा प्रदर्शन
मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा इस आईपीएल में अपने प्रदर्शन से काफ़ी निराश हैं लेकिन उनका मानना है कि वह जल्द ही वापसी करेंगे। इस सीज़न खेले कुल 14 मुक़ाबलों में वह केवल 19.14 की औसत और 120 के स्ट्राइक रेट से 268 रन ही बना पाए। ऐसा पहली बार हुआ जब आईपीएल के किसी सीज़न में वह एक अर्धशतक तक नहीं बना पाए।
ऐसी उम्मीद थी कि अंतिम मैच में तो उनका बल्ला गरजेगा लेकिन इसके ठीक उल्ट हुआ। 10वीं गेंद पर उन्होंने खाता खोला। खलील अहमद की गेंद को वह छू भी नहीं पा रहे थे। हालांकि अंत में वह नोर्त्जे को विकेट दे बैठे।
इसके अलावा विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी से अगर तुलना की जाए तो रोहित का प्रदर्शन सबसे खराब रहा। महेंद्र सिंह धोनी ने सत्र के पहले ही मैच में अर्धशतक लगा दिया था। हालांकि बाद में वह 50 के आंकड़े को छूने में नाकामयाब रहे। इसके अलावा विराट कोहली को भी पहले अर्धशतक के लिए इंतजार करना पड़ा लेकिन गुजरात के खिलाफ उन्होंने एक धीरे तो एक तेज अर्धशतक जड़ा।
पहली बार ख़राब फ़ॉर्म से नहीं जूझ रहा हूं : रोहित शर्मारोहित ने अपनी फ़ॉर्म पर चर्चा करते हुए कहा, "काफ़ी चीज़ें मेरे अनुरूप नहीं गईं। हालांकि यह चीज़ें पहले भी मेरे साथ हो चुकी हैं लिहाज़ा मैं पहली बार इन परिस्थितियों का सामना नहीं कर रहा हूं। मुझे पता है कि क्रिकेट यहां समाप्त नहीं होती अभी आगे काफ़ी क्रिकेट खेलनी है। इसलिए मुझे मानसिक पहलू पर थोड़ा काम करने की ज़रूरत है ताकि मैं वापस अपनी लय प्राप्त कर सकूं। मुझे बस थोड़े से समायोजन की दरकार है और जब भी मुझे खाली समय मिलेगा मैं इस पर काम करूंगा।"
रोहित की ख़राब फ़ॉर्म का खामियाज़ा टीम को भी भुगतना पड़ा। मुंबई इस सीज़न के पहले आठों मुक़ाबले हार गई। पिछले छह मुक़ाबलों में उन्होंने चार मुक़ाबले ज़रूर अपने नाम किए लेकिन तब तक काफ़ी देर हो चुकी थी।
रोहित ने इस सीज़न मुंबई के प्रदर्शन पर बात करते हुए कहा, "यह सीज़न हमारे लिए काफ़ी निराशाजनक रहा, हम सीज़न की शुरुआत में अपनी योजनाओं को धरातल पर नहीं उतार सके। आईपीएल जैसे टूर्नामेंट में आपको मॉमेंटम बनाना पड़ता है। शुरुआत में हम एक के बाद एक लगातार मुक़ाबले हारते रहे। हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण यह था कि हम योजनाओं को अपने हिसाब से मैदान में लागू करें लेकिन चीज़ें वैसी घटित नहीं हुईं जैसा हम चाहते थे। हालांकि एक नई टीम के साथ ऐसा होता है क्योंकि खिलाड़ियों को अपनी भूमिकओं को समझने में समय लगता है। कुछ खिलाड़ी इस फ़्रैंचाइज़ी के लिए पहली बार खेल रहे थे, अपनी राष्ट्रीय, राज्य या दूसरी लीग में वह जो भूमिका निभाते हैं उसके मुक़ाबले यहां उन्हें दूसरी भूमिकाएं दी गई थीं और यही वजह रही कि उन्हें नई भूमिकाओं से तालमेल बनाने में समय लग गया।"
उन्होंने कहा, शुरू में जब हम एक के बाद एक मैच हार रहे थे तो वह मुश्किल दौर था। हमारे लिये यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण था कि हमने जो भी रणनीति बनायी थी, हम उसके अनुसार चलें। हम जैसा चाहते थे यह वैसा नहीं हुआ।
रोहित ने कहा, जब आपके पास एक नयी टीम होती है तो कभी-कभी ऐसा होता है क्योंकि कुछ खिलाड़ियों को अपनी भूमिका समझने में समय लगता है। कुछ खिलाड़ी इस फ्रेंचाइजी के लिये पहली बार खेल रहे थे।
रोहित ने टूर्नामेंट के दूसरे चरण में टीम के प्रदर्शन को लेकर कहा, "दूसरे फ़ेज़ में हमने बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी दोनों ही क्षेत्रों में अच्छा किया। यह हमारे लिए सकारात्मक पहलू है, जब आप बड़ा मैच या कोई बड़ा टूर्नामेंट जीतना चाहते हैं तो आपको कुछ ऐसा ही प्रदर्शन करना होता है।"