36 साल के दिनेश कार्तिक का करियर खत्म हो चुका है ऐसा सभी फैंस और क्रिकेट विशेषज्ञ मान चुके थे। लेकिन आईपीएल 2022 में उन्होंने बताया कि वह अब भी बल्लेबाजी करने की क्षमता रखते हैं।
आईपीएल 2022 के 3 मैचों में उन्होंने फिनिशर की भूूमिका बखूबी निभाई है। उन्होंने पंजाब से हुए मैच में कार्तिक ने 3 चौकों और छक्कों के सहारे 14 गेंदों पर ताबड़तोड़ 32 रन बनाए थे। यह मैच भले ही बैंगलोर हार गई हो लेकिन कार्तिक की पारी ने पहले बल्लेबाजी करने उतरी बैंगलोर को 200 पार लगवाया था।
कोलकाता के खिलाफ तो बैंगलोर फंस चुकी थी। बेंगलुरु को अंतिम ओवर में जीत के लिए सात रनों की जरूरत थी। अब तक महंगे रहे आंद्रे रसेल की पहली गेंद पर कार्तिक ने छक्का जड़ दिया और अगली गेंद पर विजयी चौका मार दिया। कार्तिक के कमाल से बैंगलोर को सत्र की पहली जीत नसीब हुई।
कोलकाता के खिलाफ बैंगलोर फंसी थी तो राजस्थान के खिलाफ जीत की उम्मीद छोड़ दी थी।जब कार्तिक बल्लेबाज़ी के लिए आए थे, तब आरसीबी का स्कोर नौ ओवर में पांच विकेट पर 87 रन था और वह वानखेड़े की मुश्किल पिच पर 171 रन के लक्ष्य का पीछा कर रही थी। युज़वेंद्र चहल अपनी पिछली फ़्रैंचाइज़ी के ख़िलाफ़ बदला ले रहे थे तो अश्विन ने मैच पर राजस्थान की पूरी पकड़ बनवा रखी थी, लेकिन तब 14वें ओवर में कार्तिक आए।
इस ओवर में रविचंद्रन अश्विन ने एक कैरम गेंद की जिस पर कार्तिक ने चौका मारा। यह गेंद नो बॉल थी। अगली ही गेंद पर कार्तिक ने एक छक्का जड़ा। इसके बाद सामने और फिर एक रिवर्स स्विप के चौके से इस ओवर में 21 रन आए और यहां से मैच पलट गया। कार्तिक को मैच को आरसीबी के पाले में करने में केवल पांच गेंदें लगी। अगले ओवर में उन्होंने नवदीप सैनी के ओवर में लगातार दो गेंद में दो चौके लगाए और अब मैच आरसीबी की पकड़ में आ चुका था। 17वें ओवर में अब कार्तिक के सामने चहल थे और उन्होंने पांच गेंद शेष रहते हुए आरसीबी को चार विकेट से जीत दिला दी।
अनुभवी दिनेश कार्तिक 23 गेंद में 7 चौके और 1 छक्का लगाकर बैंगलोर को जीत तक पहुंचाया और इस बार उन्हें मैन ऑफ द मैच भी मिला।
2 सत्र से फीका था दिनेश कार्तिक का आईपीएल करियरआईपीएल 2020 में दिनेश कार्तिक कोलकाता के कप्तान थे। गौरतलब है कि दिनेश कार्तिक ने आईपीएल 2020 के दौरान ही कप्तानी छोड़ दी थी और इसके बाद इंग्लैंड को विश्वकप जिताने वाले बाएं हाथ के बल्लेबाज इयोन मोर्गन केकेआर के कप्तान बने थे।कोलकाता के कप्तान दिनेश कार्तिक पद से यह कहते हुए हटे थे कि उन्हें अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान केंद्रित करना है।
लेकिन बल्ले से भी उनका प्रदर्शन खास नहीं रहा। दिनेश कार्तिक का आईपीएल 20202 सीजन फीका रहा और उन्होंने 14 मैचों में 14 की औसत और 126 की स्ट्राइक रेट से महज 169 रन बनाए थे जिसमें सिर्फ 1 अर्धशतक शामिल था।
पिछले साल थोड़ा सुधार देखने को मिला लेकि वह औसत में ही गिना जाएगा। आईपीएल 2021 के 17 मैचों में दिनेश कार्तिक ने 22 की औसत और 131 की स्ट्राइक रेट से 223 रन बनाए। इस बार वह एक बार भी अर्धशतक ना लगा सके।
लगातार लचर प्रदर्शन के कारण कोलकाता ने मेगा नीलामी से पहले उन्हें रीलीज किया और वह रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खेमें में 5.5 करोड़ रुपए में शामिल हुए।
स्ट्राइक रेट में सिर्फ कोहली है आगेकार्तिक ने 191.30 के स्ट्राइक रेट से 23 गेंद में नाबाद 44 रन बनाए और उन्होंने दिखाया कि वह ऐसे फ़िनिशर हैं जो अभी ख़त्म नहीं हुए हैं। कार्तिक का 2018 से टी20 क्रिकेट में डेथ ओवरों में कुल मिलाकर 188.01 का स्ट्राइक रेट है और यह इस दौरान कम से कम 500 रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज़ों में तीसरा सर्वश्रेष्ठ है। केवल विराट कोहली (206.47) और हार्दिक पंड्या (193.56) का ही स्लॉग ओवरों में उनसे ज़्यादा का स्ट्राइक रेट है। आरसीबी के कप्तान फ़ाफ़ डुप्लेसी उनके फ़िनिशिंग कौशल से बहुत प्रभावित हुए और उन्होंने उम्मीद जताई कि वह एक बार दोबारा अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी कर सकते हैं।
कार्तिक ने प्लेयर ऑफ़ द मैच बनने के बाद कहा, "यह देखकर अच्छा लगता है। मुझे लगता है कि मैंने अपने साथ न्याय किया है क्योंकि मैं पिछले साल कुछ और बेहतर कर सकता था। जिस तरह से मैंने कुछ अलग ढंग से ट्रेनिंग की, मैं इसका श्रेय उन्हें देना चाहता हूं जिनके साथ मैंने ट्रेनिंग की। उन्होंने मुझे कुछ ऐसी चीज़ों से दो चार कराया जो मेरी ज़िंदगी के लिए भी अहम हैं। मैंने ऐसा इसीलिए कहा क्योंकि मैं खुद से कह रहा था कि मैं अभी ख़त्म नहीं हुआ। मेरे लक्ष्य हैं और मैं कुछ हासिल करना चाहता हूं और तैयारियों में मैं अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहता हूं।"
उन्होंने कहा,''मैंने सफ़ेद गेंद क्रिकेट खेलने के लिए बहुत मेहनत की है, मैं अब ज़्यादा चार दिवसीय क्रिकेट नहीं खेल सकता। मैचों की संख्या घट गई है। मुझे ज़्यादा मैच, प्रैक्टिस मैचों के तौर पर खेलने पड़ेंगे। तो मैं कोशिश करता हूं और ऐसा करने का प्रयास करता हूं, मैदान पर जाता हूं और वहां पर मेरे सफ़र में कई लोग मेरे साथ होते है। जब मैं अभ्यास करता हूं। वे वह घंटे होते हैं जब आपको कोई नहीं देखता है और यह बहुत अहम घंटे होते हैं, क्योंकि जब आप यहां आते हैं तो यह बहुत अच्छा होता है। सेट अप खूबसूरत है और कई लोग हैं जो मेरी मदद कर रहे हैं, लेकिन अहम काम तो टूर्नामेंट में आकर बेहतर करना है, जिसका श्रेय में उन्हें देना चाहता हूं।''
कार्तिक ने आईपीएल की तैयारी थेनी में इंडिया सीमेंट्स के लिए टी20 टूर्नामेंट में मध्य क्रम में खेलकर की, यह शहर चेन्नई से 500 किलोमीटर दूर है। इसके बाद उन्होंने जयपुर में दिसंबर 2021 में हुए विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी फ़ाइनल में शतक लगाया। उनका लक्ष्य यही है कि वह भारत की टी20 टीम में वापसी करें और भारत को टी20 विश्व कप का ख़िताब जिताएं।