Last Modified: नई दिल्ली ,
सोमवार, 4 अगस्त 2014 (19:06 IST)
नहीं मिली भारतीय शूटर को 'वादे' की नौकरी
नई दिल्ली। अनीसा सईद को शूटिंग रेंज में सफलता हासिल करने के लिए ज्यादा लंबा समय नहीं लगा लेकिन नौकरी के लिए उनका इंतजार लंबा होता दिख रहा है क्योंकि हरियाणा सरकार पिछले तीन वर्षों से उन्हें प्रतीक्षा करा रही है जिससे यह निशानेबाज काफी निराश है।
राष्ट्रमंडल खेलों में कई पदक जीत चुकीं अनीसा ने ग्लास्गो में समाप्त हुए चरण में रजत पदक हासिल किया, उन्होंने चार साल पहले दिल्ली में रिकॉर्ड दोहरे स्वर्ण जीते थे।
अनीसा ने कहा, मैं तीन साल से इंतजार कर रही हूं, इस वादा की गई नौकरी का, लेकिन यह अभी तक नहीं मिली है। अगर उन्हें लगता है कि मैं इसकी हकदार नहीं हूं तो उन्हें मुझे इंतजार नहीं कराना चाहिए।
अनीसा ने कहा, यह उस एथलीट के साथ करना ठीक नहीं है, जो लगातार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफलता हासिल कर रहा है। 33 वर्षीय अनीसा ने महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में रजत पदक हासिल किया, इसी स्पर्धा में उनकी अच्छी मित्र रहीं सरनोबत ने स्वर्ण पदक जीता था।
अनीसा ने कहा, फाइल 2011 से आगे नहीं बढ़ी है। मैं अब भी उम्मीद कर रही हूं कि हमें कुछ मिलेगा। मैं मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा से दो बार मिली थी और उन्होंने मुझसे सिर्फ निशानेबाजी पर ध्यान लगाने के लिए कहा और कहा कि अन्य चीजे हो जाएंगी।
उन्होंने कहा, इसके कारण मैंने दिल्ली 2010 राष्ट्रमंडल खेलों के बाद रेलवे से पद छोड़ दिया और महाराष्ट्र सरकार की दी गई नौकरी की पेशकश में भी दिलचस्पी नहीं दिखाई। अब मुझे लगता है कि मैंने गलती की। अनीसा ने कहा, मैं उम्मीद करती हूं कि विश्व चैम्पियनशिप या कम से कम एशियाई खेलों के लिए रवाना होने से पहले कुछ हो जाए। (भाषा)