• Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. अंतरराष्ट्रीय
  4. pakistan prime minister imran khan will hold a rally in muzaffarabad
Written By
Last Updated : बुधवार, 11 सितम्बर 2019 (14:37 IST)

POK को लेकर फिर बेचैन हुए इमरान खान, शुक्रवार को मुजफ्फराबाद में करेंगे रैली

POK को लेकर फिर बेचैन हुए इमरान खान, शुक्रवार को मुजफ्फराबाद में करेंगे रैली - pakistan prime minister imran khan will hold a rally in muzaffarabad
इस्लामाबाद। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद पाकिस्तान को POK को लेकर डर सताने लगा है। कश्मीर मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय मंच से लेकर पूरी दुनिया में खास समर्थन नहीं मिलने के बाद अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने नया पैंतरा चला है।
 
पाक पीएम इमरान खान ने ट्वीट किया कि वे इस शुक्रवार को पीओके की राजधानी मुजफ्फराबाद में रैली करेंगे। इमरान ने यह भी कहा कि भारतीय सैन्य बलों की कश्मीर में कार्रवाई के खिलाफ पूरे विश्व को संदेश देने के लिए वह यह रैली करेंगे।
इस ट्वीट में इमरान खान ने जम्मू-कश्मीर के लिए भारत अधिकृत जम्मू-कश्मीर (IOJK) का प्रयोग किया है। इमरान ने लिखा- शुक्रवार 13 सितंबर को मैं मुजफ्फराबाद में एक बहुत बड़े जलसे का आयोजन करने जा रहा हूं।
 
विश्व को IOJK में भारतीय सैन्य बलों के निरंतर अतिक्रमण का संदेश देने के लिए है और कश्मीरियों को यह बताने के लिए भी पाकिस्तान उनके साथ लगातार खड़ा है। इस ट्वीट में जम्मू-कश्मीर के लिए पाक पीएम ने भारत अधिकृत जम्मू-कश्मीर (IOJK) का प्रयोग किया है।
सामने आई थी पीओके की सचाई : इससे पहले सोशल मीडिया पर पीओके का एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें पीओके के लोग पाकिस्तान आर्मी के खिलाफ नारे लगाते हुए विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। इसमें वे पाकिस्तान की सेना को अत्याचारी बता रहे थे।
 
पाक विदेश मंत्री ने UNHRC में कबूला था सच : संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद UNHRC में पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने गलती से ही सही पर जम्मू-कश्मीर को भारत का राज्य बता दिया। अब तक पाकिस्तान भारत अधिकृत कश्मीर कहता रहा है।
 
भारत ने दिया करारा जवाब : भारत ने (UNHRC) के 42वें सत्र में जम्मू कश्मीर को लेकर पाकिस्तान के बेबुनियाद आरोपों का करारा जवाब दिया था।
 
भारत ने पाकिस्तान के दुर्भावनापूर्ण अभियान को दृढ़ता से खारिज किया और राज्य प्रायोजित आतंकवाद की निंदा करते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करना भारतीय संसद का एक संप्रभु निर्णय है। वह अपने आंतरिक मामले में कोई हस्तक्षेप स्वीकार नहीं कर सकता।