ब्रिटिश संसद में उठा कठुआ गैंगरेप का मामला
लंदन। भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ब्रिटेन दौरे के अवसर पर पाकिस्तानी मूल के हाउस ऑफ लॉर्ड्स के एक सदस्य ने ब्रिटिश सरकार ने कहा कि कठुआ गैंगरेप जैसे मामले काफी भयानक हैं और हम पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना जाहिर करते हैं।
दरअसल पाकिस्तानी मूल के एक ब्रिटिश सांसद ने ब्रिटेन के ऊपरी सदन में कठुआ गैंगरेप का मामला उठाया और ब्रिटिश सरकार से इस मामले में दखल देने का अनुरोध किया। हालांकि ब्रिटिश सरकार ने विनम्रतापूर्वक यह अनुरोध ठुकरा दिया है लेकिन इस मामले से भारत की छवि धुमिल होती है।
ब्रिटिश संसद में कठुआ मामले को उठाने वाले नजीर अहमद उर्फ लॉर्ड अहमद है। अपनी बात सदन में रखते हुए लॉर्ड अहमद ने भारत सरकार की आलोचना करते हुए 8 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप की घटना का जिक्र किया। लॉर्ड अहमद के अनुरोध पर ब्रिटिश सरकार की ओर से जवाब देते हुए सांसद बेरोनेस स्टेडमैन स्कॉट ने कहा कि भारत एक मजबूत लोकतंत्र है, जो कि देश में मानवाधिकारों की सुरक्षा की गारंटी देता है। लेकिन हम मानते हैं कि भारत के संविधान में निहित मूलभूत अधिकारों को लागू करने में भारत का आकार और विकास चुनौती पेश करता है।
ब्रिटिश सरकार ने भी कहा कि कठुआ गैंगरेप जैसे मामले काफी भयानक हैं और हम पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना जाहिर करते हैं। विदित हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी साफ कहा है कि इस मामले में न्याय होगा। पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश सांसद लॉर्ड अहमद अक्सर पूरी दुनिया में मुस्लिमों से जुड़े मुद्दे ब्रिटिश सांसद में उठाते रहते हैं।
साल 2013 तक लॉर्ड अहमद ब्रिटेन में लेबर पार्टी से जुड़े थे, लेकिन एक कार एक्सीडेंट में दोषी पाए जाने के बाद उन्हें पार्टी से बर्खास्त कर दिया गया था।