मंगल ग्रह पर उतरा नासा का रोवर, खुलेंगे लाल ग्रह से जुड़े कई राज...
अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा (NASA) के रोवर परसिवरेंस ने आज मंगल ग्रह (Mars Planet) पर सफलतापूर्वक लैंडिंग की। परसिवरेंस रोवर धरती से टेकऑफ करने के 7 महीने बाद भारतीय समय के अनुसार रात 2 बजकर 25 मिनट पर लाल ग्रह की सतह पर लैंड हुआ। रोवर मंगल पर जीवन की संभावनाओं की तलाश करेगा।
नासा के रोवर परसिवरेंस ने मंगल ग्रह पर उतरते ही पहली तस्वीरे भेजी है। परसिवरेंस ने मंग्रह की दूसरी तस्वीर भी भेज दी है। वैज्ञानिकों का कहना है कि लैंडिंग की वजह से कैमरे के लेंस पर फिलहाल धूल जम गई है।
रोवर के मंगल ग्रह पर उतरते ही अमेरिका मंगल ग्रह पर सबसे ज्यादा रोवर भेजने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। इस ग्रह पर जीवन की संभावना सहित अन्य जानकारी जुटाने के लिए अब तक 40 से अधिक अभियान भेजे गए हैं।
हाल ही में मंगल के उत्तरी हिस्से में मीथेन के गुबार का पता चला है, जो बहुत ही रुचि का विषय बन गया है क्योंकि इसकी जैविक उत्पति होने की संभावना है। साथ ही, अन्य पहलू भी हो सकते हैं।
चीन ने अपने मंगल अभियान के तहत तियानवेन-1 पिछले साल 23 जुलाई को लाल ग्रह के लिए रवाना किया था। यह 10 फरवरी को मंगल की कक्षा में पहुंचा। इसके लैंडर के यूटोपिया प्लैंटिया क्षेत्र में मई 2021 में उतरने की संभावना है।
यूएई का मंगल मिशन होप भी इस महीने मंगल की कक्षा में प्रवेश कर गया। गौरतलब है कि पूर्व सोवियत संघ ने सबसे पहले मंगल के लिए एक अभियान भेजा था। यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के डेटाबेस के मुताबिक, मार्सनिक-1 को 10 अक्टूबर 1960 को रवाना किया गया था।
भारत उन कुछ गिने-चुने देशों में शामिल है, जो मंगल अभियान के अपने प्रथम प्रयास में ही सफल रहा है। मार्स ऑर्बिटर मिशन (एमओएम) को 23 नवंबर 2013 को रवाना किया गया था।
चित्र सौजन्य : नासा परसिवरेंस मार्स रोवर ट्विटर अकाउंट