मोदी को भारत के प्राचीन ग्रंथों का अनुवाद भेंट किया गया
हांगझोऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को रविवार को एक चीनी पेंटर ने हाथ से पेंट की गई उनकी एक ऑइल पेंटिंग भेंट की। मोदी को इसके साथ ही भगवद् गीता और स्वामी विवेकानंद के निबंधों सहित प्राचीन भारतीय ग्रंथों का चीनी अनुवाद भी भेंट किया गया।
जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए शनिवार को यहां पहुंचे मोदी को भारतीय जीवन एवं दर्शन से जुड़े प्रोफेसर वांग झिचेंग ने प्राचीन भारतीय ग्रंथों के 10 चीनी अनुवादों का एक सेट भेंट किया। प्रोफेसर झिचेंग प्रतिष्ठित पेकिंग यूनिवर्सिटी में हिन्दी पढ़ाते हैं। मोदी को भेंट किए गए अनुवादों में पतंजलि के योग सूत्र, नारद के भक्ति सूत्र, योग वशिष्ठ तथा अन्य शामिल हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट किया कि नए अनुवाद, पुरानी परंपराएं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को प्राचीन भारतीय ग्रंथों का अनुवाद भेंट किया गया है। प्रधानमंत्री को उनकी एक पेंटिंग भी भेंट की गई। यह उपहार हांगझोऊ की झेजियांग काइमिंग आर्ट गैलरी से प्रोफेसर शेन शु ने दिया।
स्वरूप ने एक ट्वीट में कहा कि पेंटिंग को तैयार होने में लगभग 4 महीने का वक्त लगा। मोदी 2 दिवसीय वियतनाम दौरा संपन्न कर बीती रात यहां पहुंचे हैं। (भाषा)