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Last Updated : मंगलवार, 3 अक्टूबर 2023 (00:53 IST)

बड़ी खबर, महाराष्ट्र के सरकारी अस्पताल में 24 घंटों में 12 नवजात समेत 24 की मौत

बड़ी खबर, महाराष्ट्र के सरकारी अस्पताल में 24 घंटों में 12 नवजात समेत 24 की मौत - Many patients died in Maharashtra government hospital in 24 hours
Maharashtra government hospital Case : महाराष्ट्र के नांदेड़ में एक सरकारी अस्पताल में पिछले 24 घंटों में 12 नवजात शिशुओं समेत 24 मरीजों की मौत का बड़ा मामला सामने आने से हड़कंप मच गया है। 12 मासूम बच्चों में 6 लड़के और 6 लड़कियां शामिल हैं। घटना को मुख्‍यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि इस बारे में ज्यादा जानकारी ली जाएगी और सख्त कार्रवाई की जाएगी।

खबरों के अनुसार, मामला नांदेड़ के डॉ. शंकरराव चव्हाण मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का है। अस्पताल के डीन ने इसके लिए दवाओं और अस्पताल के कर्मचारियों की कमी को जिम्मेदार ठहराया है। अस्पताल के डीन ने बताया कि पिछले 24 घंटों में हुई 24 मौतों में से 12 वयस्कों की मौत कई बीमारियों (ज्यादातर सांप के काटने) के कारण हुई।

डीन ने बताया कि 70 से 80 किलोमीटर के दायरे में एकमात्र सरकारी अस्पताल हैं। इसलिए दूर-दूर से मरीज हमारे पास आते हैं। कुछ दिनों से यहां मरीजों की संख्या बढ़ गई है और बजट की समस्या हो गई है। एक इंस्टीट्यूट हैफकिन है। हमें उनसे दवाएं खरीदनी थीं, लेकिन वह भी नहीं हुआ।

महाराष्ट्र के चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के निदेशक डॉ. दिलीप म्हैसेकर ने बताया, छत्रपति संभाजीनगर (पहले औरंगाबाद) जिले की तीन सदस्यीय विशेषज्ञ समिति का गठन कर उसे मंगलवार दोपहर एक बजे तक रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है।

महाराष्ट्र के मुख्‍यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि इस बारे में ज्यादा जानकारी ली जाएगी और सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस बीच महाराष्ट्र में विपक्ष ने राज्य में एकनाथ शिंदे सरकार पर चौतरफा हमला करते हुए कहा कि ट्रिपल इंजन सरकार को जिम्मेदारी लेनी चाहिए।

शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने इस घटना के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि नांदेड़ के एक सरकारी अस्पताल में हुई मौतें कोई संयोग नहीं है। यह देरी और लापरवाही का मामला है। राज्य के संबंधित मंत्री का इस्तीफा लिया जाना चाहिए। साथ ही सभी मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिया जाना चाहिए। सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
Edited By : Chetan Gour