• Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. अंतरराष्ट्रीय
  4. Justin Trudeau Announces Resignation As PM
Last Updated :ओटावा , सोमवार, 6 जनवरी 2025 (22:42 IST)

भारत से पंगा, ट्रंप की ट्रैरिफ धमकियां, कनाडा में जस्टिस ट्रूडो की 10 साल पुरानी सत्ता का अंत, 11 साल से थे लिबरल पार्टी के प्रमुख

भारत से पंगा, ट्रंप की ट्रैरिफ धमकियां, कनाडा में जस्टिस ट्रूडो की 10 साल पुरानी सत्ता का अंत, 11 साल से थे लिबरल पार्टी के प्रमुख - Justin Trudeau Announces Resignation As PM
Justin Trudeau Announces Resignation As PM : कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अपनी सरकार और व्यक्तिगत आलोचनाओं के बीच उन्होंने यह फैसला किया। जस्टिन ट्रूडो ने सत्तारूढ़ लिबरल पार्टी के नेता के रूप में अपने इस्तीफे की घोषणा की। जस्टिन ट्रूडो 11 सालों से लिबरल पार्टी के नेता और 9 वर्षों से प्रधानमंत्री थे। वे ट्रम्प की टैरिफ धमकियों से लेकर प्रमुख सहयोगियों के इस्तीफे और जनमत सर्वेक्षणों तक कई संकटों का सामना कर रहे थे। ट्रूडो तब तक कार्यवाहक क्षमता में प्रधानमंत्री बने रहेंगे जब तक कि कोई नया नेता नहीं चुना जाता।

सांसदों ने की थी मांग : ट्रूडो की पार्टी के 24 से सांसदों ने अक्टूबर में उनसे सार्वजनिक तौर पर इस्तीफा देने की मांग की थी। इसके अलावा व्यक्तिगत बैठक में भी कई लोग उनसे पद छोड़ने की मांग कर चुके थे।

ट्रूडो के प्रति बढ़ती नाराजगी : देश में हुए कई सर्वे के मुताबिक अगर कनाडा में चुनाव होते हैं तो कंजर्वेटिव पार्टी को बहुमत मिल सकता है, क्योंकि जनता बढ़ती महंगाई से परेशान है। इसके अलावा पिछले कुछ समय से कनाडा में कट्टरपंथी ताकतों के पनपने, अप्रवासियों की बढ़ती संख्या और कोविड-19 के बाद बने हालातों के चलते ट्रूडो को राजनीतिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। 
 
पिछले साल अक्टूबर में हुए इप्सोस के एक सर्वे में सिर्फ 28% कनाडाई लोगों का ही कहना था कि ट्रूडो को फिर से चुनाव लड़ना चाहिए। वहीं एंगस रीड इंस्टीट्यूट के मुताबिक ट्रूडो की अप्रूवल रेटिंग गिरकर 30% पर आ गई है। दूसरी तरफ उन्हें नापसंद करने वालों की संख्या 65% तक पहुंच गई है।
 
2015 में बने थे प्रधानमंत्री : जस्टिन ट्रूडो 2015 में कंजर्वेटिव पार्टी की सरकार गिरने के बाद प्रधानमंत्री बने थे। बीते करीब 10 साल से प्रधानमंत्री पद पर काबिज श्री ट्रूडो शुरुआती दिनों में काफी लोकप्रिय रहे, लेकिन बीते कुछ समय से वे आलोचकों के निशाने पर हैं।

जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि मैं पार्टी नेता के पद से तथा पार्टी द्वारा अगले नेता का चयन करने के बाद प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा दे रहा हूं। कल रात मैंने लिबरल पार्टी के अध्यक्ष से यह प्रक्रिया शुरू करने को कहा। नाम न छापने की शर्त पर एक अधिकारी ने बताया कि 24 मार्च तक लिबरल पार्टी अपने नए नेता का चुनाव कर लेगी। सियासी उथल-पुथल के बीच यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि कनाडा में आम चुनाव कब कराए जाएंगे।
 
ट्रंप से हुई थी मुलकात : वे डोनाल्ड ट्रम्प की टैरिफ धमकियों से लेकर प्रमुख सहयोगियों के इस्तीफे और जनमत सर्वेक्षणों तक कई संकटों का सामना कर रहे थे।  ट्रूडो ने कुछ दिनों पहले ही अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की थी। उन्होंने अमेरिका से संबंध सुधारने की कोशिश की थी, लेकिन ट्रंप से उन्हें कोई खास प्रतिक्रिया नहीं मिली।  
 
महंगा पड़ा भारत से पंगा : ट्रूडो सरकार के हाल ही में भारत सरकार के साथ भी संबंध खराब हो गए थे। खालिस्तानी समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद ट्रूडो सरकार ने इसमें भारत का हाथ बताया था, जिसके बाद भारत ने करारा जवाब दिया था। यहां तक की कनाडा के राजनयिक को भी भारत ने वापस भेज दिया था, इसके बाद कनाडा ने भी ऐसा किया।
 
10 बजे किया इस्तीफे का ऐलान : कनाडा में प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफे के बाद उनके 10 साल पुरानी सत्ता का अंत हो गया। ट्रूडो ने भारतीय समयानुसार रात करीब 10 बजे इस्तीफे का एलान किया।
 
सरकार के प्रति बढ़ रहा था असंतोष : जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफे से पहले एक अधिकारी ने बताया कि सरकार के प्रति बढ़ते असंतोष के कारण उन्होंने पद छोड़ने का फैसला लिया। ट्रूडो के अलावा वित्त मंत्री भी इस्तीफा दे चुके हैं। ऐसे में कनाडा की राजनीति में अस्थिरता बढ़ने के संकेत हैं।
 
बने रहेंगे कार्यवाहक प्रधानमंत्री : कनाडा सरकार के एक अधिकारी ने कहा, सत्ताधारी लिबरल पार्टी में अगले नेता का चुनाव होने तक  ट्रूडो कार्यवाहक प्रधानमंत्री बने रहेंगे। अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर कहा कि देश की संसद का सत्र 27 जनवरी से प्रस्तावित था। अब इस्तीफे के कारण संसद की कार्यवाही 24 मार्च तक स्थगित रहेगी। इनपुट एजेंसियां Edited by : Sudhir Sharma