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Last Updated : गुरुवार, 19 जनवरी 2023 (21:36 IST)

37 साल की उम्र में पहली बार न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री बनीं जैसिंका अर्डर्न क्यों दे रही हैं पद से इस्तीफा? पढ़िए inside story

37 साल की उम्र में पहली बार न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री बनीं जैसिंका अर्डर्न क्यों दे रही हैं पद से इस्तीफा? पढ़िए inside story - jacinda ardern resigns as prime minister of new zealand
वेलिंगटन। न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न (jacinda ardern) ने इस साल फिर से प्रधानमंत्री चुनाव नहीं लड़ने तथा आगामी फरवरी में प्रधानमंत्री और लेबर पार्टी की नेता के पद से इस्तीफा देने की घोषणा की है। जैसिंडा का प्रधानमंत्री के रूप में कार्यकाल 7 फरवरी को समाप्त होने जा रहा है। न्यूजीलैंड में इस साल 14 अक्टूबर को आम चुनाव होंगे। 
 
2017 में अर्डर्न का सत्ता में आना न्यूजीलैंड की राजनीति में एक गेम चेंजर था। अब उन्होंने फिर से सत्ता छोड़ने के आज के फैसले से सबको चौंका दिया है। यह अक्टूबर के चुनाव के लिए गेम चेंजर हो सकता है।
 
प्रधानमंत्री रहते बनीं मां : जेसिंडा पद पर रहते हुए मां बनने वाली दुनिया की दूसरी महिला हैं। पहली महिला पाकिस्तान की बेनजीर भुट्‌टो थीं, जो 1990 में पद पर रहते हुए मां बनी थीं। तब उनकी उम्र भी 37 साल थी। साल 2017 में जब जेसिंडा चुनाव प्रचार कर रहीं थी तब वे गर्भवती थीं। प्रधानमंत्री का पद संभालने के मात्र 8 महीने बाद ही वे मां बन गई थीं।
 
जैसिंडा आर्डर्न का जन्म 26 जुलाई 1980 को न्यूजीलैंड के शहर हैमिल्टन में हुआ था। उनके पिता रॉस आर्डर्न पुलिस अफसर थे और मां लॉरेल कुक थीं। जेसिंडा को हमेशा से राजनीति में दिलचस्पी थी। उन्होंने साल 2001 में मात्र 18 की उम्र में वे न्यूजीलैंड की लेबर पार्टी से जुड़ गई थीं। वे तत्कालीन प्रधानमंत्री हेलेन क्लार्क के लिए रिसर्चर के तौर पर काम करती थीं।
 
इस्तीफे को लेकर क्या बोलीं : सुश्री जैसिंडा ने कहा कि साढ़े पांच साल तक शीर्ष नेतृत्व की भूमिका के निर्वहन के बाद मैंने तय किया है कि एक और कार्यकाल के लिए वे चुनाव नहीं लडूंगी। प्रधानमंत्री बनना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान रहा है। इस्तीफे के पीछे कोई सीक्रेट नहीं है। मैं भी इंसान हूं। मैं जितना कर सकती थी, उतना किया। जितने समय तक कर सकती थी, किया। और अब वक्त आ गया है कि मैं इस्तीफा दे दूं।
 
जैसिंडा बोलीं कि अब वक्त आ गया है। मेरे पास अब इतनी हिम्मत नहीं है कि 4 साल और नेतृत्व करूं। मैं इसलिए नहीं जा रही कि मुझे लगता है हम अगला इलेक्शन नहीं जीत सकते। मैं इसलिए जा रही हूं क्योंकि मुझे भरोसा है, हम जीत सकते हैं और हम जीतेंगे। मेरा इस्तीफा 7 फरवरी के बाद लागू हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि  मेरी कोई योजना नहीं है। कोई अगला कदम नहीं। मुझे बस इतना पता है कि मैं जो कुछ भी करती हूं, मैं कोशिश करूंगी और ऐसे तरीके खोजूंगी कि न्यूजीलैंड के लिए काम करना जारी रखूं और यह कि मैं अपने परिवार के साथ फिर से समय बिताने के लिए उत्सुक हूं - यकीनन, वे वही लोग हैं जिन्होंने हम में से सबसे ज्यादा त्याग किया है।
 
किसी देश का नेतृत्व करना बेहद गौरवपूर्ण काम है। साथ ही यह चुनौतीभरा है। आप तब तक इसे नहीं कर सकते या करना चाहिए, जब तक आपके पास पूरे संसाधन न हों ताकि आप अचानक आई चुनौतियों से निपट सकें। पिछले साढ़े पांच साल मेरे जीवन के सबसे महत्वपूर्ण साल रहे। मैं इसलिए इस्तीफा दे रही हूं, क्योंकि इतने विशेष काम के साथ बड़ी जिम्मेदारियां भी आती हैं। 
 
2021 में मिला था महान नेता का खिताब : मई 2021 में फॉर्च्यून मैगजीन ने प्रधानमंत्री जेसिंडा आर्डर्न को दुनिया के सबसे महान नेताओं की लिस्ट में पहली रैंक दी थी। यह खिताब उनको कोरोना महामारी को फैलने से रोकने में, क्राइस्ट चर्च घटना का संज्ञान लेने में और वाइट आइलैंड में ज्वालामुखी फटने की घटना में उनके काम के लिए मिला था।
 
लोगों के लिए झटके से कम नहीं इस्तीफा : पिछले 5 वर्षों में प्रधानमंत्री के रूप में अर्जित अंतरराष्ट्रीय ख्याति को देखते हुए अर्डर्न का इस्तीफा न्यूजीलैंड के कई लोगों और विशेष रूप से देश से बाहर रहने वाले लोगों के लिए एक झटके के रूप में आएगा।
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