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Last Updated : बुधवार, 26 मार्च 2025 (18:35 IST)

RAW पर प्रतिबंध की मांग, अल्पसंख्यकों पर अत्याचार, अमेरिकी संस्थान ने उगला जहर तो भारत ने लगाई लताड़

अमेरिकी आयोग ने भारत की जासूसी एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) के खिलाफ प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की है।

RAW पर प्रतिबंध की मांग, अल्पसंख्यकों पर अत्याचार, अमेरिकी संस्थान ने उगला जहर तो भारत ने लगाई लताड़ - india calls us religious freedom panel entity of concern rejects its report
धार्मिक आजादी पर काम करने वाली यूएस कमिशन ऑन इंटरनेशनल रिलीजियस फ्रीडम (USCIRF) ने मंगलवार को एक नई रिपोर्ट जारी की। इस बार भी उसने भारत के खिलाफ जहर उगला है। संस्था ने कहा कि भारत में अल्पसंख्यकों के साथ बुरा बर्ताव बढ़ता जा रहा है। साथ ही उसने भारत की जासूसी एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) पर खालिस्तान समर्थक आतंकियों की हत्या की साजिश रचने का शक जताया है।

USCIRF ने RAW पर सख्त प्रतिबंधों की सिफारिश की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि यूएससीआईआरएफ धर्मिक स्वतंत्रता के लिए चिंतित नजर नहीं आ रहा, बल्कि कुछ घटनाओं को गलत तरह से दिखाकर भारत की प्रतिष्ठा को चोट पहुंचाने की कोशिश कर रहा है।
क्या कहा गया रिपोर्ट में 
मंगलवार को जारी अमेरिकी आयोग की रिपोर्ट में कहा गया है कि 'साल 2024 में भारत में धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति और खराब होती गई, क्योंकि धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ हमले और भेदभाव बढ़ता रहेगा।' इसमें कहा गया कि 'हिंदू राष्ट्रवादी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी भारतीय जनता पार्टी' ने पिछले साल के चुनाव अभियान के दौरान 'मुसलमानों और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ घृणित बयानबाजी और गलत सूचनाओं का प्रचार किया। 
 
भारत ने कहा सोचा-समझा एजेंडा
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने रिपोर्ट को पक्षपातपूर्ण बताते हुए कहा कि यूएससीआईआरएफ ने फिर कुछ छिटपुट घटनाओं को गलत तरीके से प्रस्तुत किया है। उन्होंने कहा कि ये यूएससीआईआरएफ की धार्मिक स्वतंत्रता के लिए वास्तविक चिंता नहीं, बल्कि यह एक सोचा समझा एजेंडा है। इसके तहत भारत की वाइब्रेंट मल्टीकल्चरल सोसाइटी की छवि को खराब करने की कोशिश की गई। 
 
सफल नहीं हो पाएंगे मंसूबे
जायसवाल ने कहा कि कि इस तरह के प्रयास लोकतंत्र और सहिष्णुता के प्रतीक के रूप में भारत की प्रतिष्ठा को खराब करने में सफल नहीं हो पाएंगे। उन्होंने कहा कि असल में ये USCIRF है, जिस पर चिंता करने की जरूरत है। 
 
रणधीर जयसवाल ने कहा कि भारत में 140 करोड़ लोगों की आबादी रहती है, जो अलग-अलग धर्मों का पालन करती है। हालांकि हमें USCIRF से इसकी उम्मीद नहीं है कि वह कभी स्वीकार करेगा या दिखाने की कोशिश करेगा कि भारत में अलग-अलग धर्म जाति, समुदायों और कल्चर के लोग एक-दूसरे के साथ मिलकर रहते हैं। इनपुट एजेंसियां  Edited by: Sudhir Sharma