• Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. अंतरराष्ट्रीय
  4. Donald Trump state of union speech
Written By
Last Modified: वाशिंगटन , बुधवार, 6 फ़रवरी 2019 (09:46 IST)

राष्‍ट्रपति ट्रंप बोले, अमेरिका में हो रहा है आर्थिक चमत्कार

राष्‍ट्रपति ट्रंप बोले, अमेरिका में हो रहा है आर्थिक चमत्कार - Donald Trump state of union speech
वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को अपने वार्षिक स्टेट ऑफ यूनियन संबोधन में कांग्रेस के समक्ष बदले, प्रतिरोध और प्रतिशोध की राजनीति को खारिज करने का आह्वान किया और साथ ही अमेरिका-मैक्सिको सीमा पर दीवार बनाने पर जोर दिया।

राष्ट्रपति ने कहा, 'अमेरिका में आर्थिक चमत्कार हो रहा है और जो चीज इसे रोक सकती है वह है बेवकूफाना युद्ध, राजनीति या हास्यास्पद पक्षपातपूर्ण जांच।'
 
राष्ट्रपति और डेमोक्रेट सांसदों के बीच सीमा पर दीवार बनाने के विवादित प्रस्ताव को लेकर रिकॉर्ड 35 दिन तक गतिरोध चला। गतिरोध की वजह से सरकार का कामकाज आंशिक रूप से बंद हो गया था। इस कारण ट्रंप का संबोधन भी स्थगित करना पड़ा। यह संबोधन पहले 29 जनवरी को होना था। गतिरोध के दौरान डेमोक्रेटिक पार्टी का नेतृत्व सदन की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी कर रही थीं।
 
ट्रंप ने स्टेट ऑफ यूनियन संबोधन की शुरुआत में कांग्रेस में कहा कि हमें बदले, प्रतिरोध और प्रतिशोध की राजनीति को खारिज करना होगा।' उन्होंने दावा किया कि वह अपने संबोधन में अमेरिका का एजेंडा पेश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अवैध प्रवासियों को बर्दाश्त करना दया नहीं है, बल्कि यह क्रूरता है।
 
उन्होंने कहा, हमारी दक्षिणी सीमा पर अराजकता की स्थिति सभी अमेरिकियों की सुरक्षा और वित्तीय स्थिति के लिए खतरा है। अपने नागरिकों की जिंदगियों और नौकरियों की रक्षा करने वाली एक आव्रजन प्रणाली बनाना हमारा नैतिक कर्तव्य है।
 
ट्रंप ने कहा कि इसमें आज यहां रह रहे लाखों प्रवासियों के लिए हमारा कर्तव्य शामिल है जो हमारे नियमों का पालन करते हैं और कानूनों का सम्मान करते हैं। वैध प्रवासियों से अनगिनत तरीकों से हमारा राष्ट्र समृद्ध बनता है और हमारा समाज मजबूत होता है।
 
उन्होंने कहा कि अब दुनिया को यह दिखाने का समय है कि अमेरिका अवैध प्रवासियों, ड्रग तस्कर और मानव तस्करों को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है। (भाषा) 
ये भी पढ़ें
गांधीजी के पुतले को गोली मारने वाली पूजा पांडेय गिरफ्तार, कड़ी कार्रवाई की मांग