सावधान! चीन कर लेगा समंदर पर कब्जा...
चीन इन दिनों आक्रमक तेवर अपनाए हुए हैं, जहां वो भारत के पूर्वी इलाकों में अपना दावा जता रहा है वहीं दक्षिण चीन सागर को लेकर भी क्षेत्र में तनाव बढ़ा रहा है। हाल ही में चीनी राष्ट्रपति ने समुद्री सुरक्षा के खतरों का सामना करने के लिए लोगों से समुद्री युद्ध की तैयारी करने का आह्वान किया। यह ऐसे समय में हो रहा है जब चीन के सुप्रीम कोर्ट ने समुद्री इलाकों में प्रवेश को लेकर विदेशियों को चेतावनी जारी किया है।
समुद्री युद्ध के लिए तैयार चीन! चीन की सरकारी न्यूज एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, चीन के रक्षा मंत्री जनरल चांग वानकुआन ने समुद्री सुरक्षा को खतरे को लेकर चेताया है। पूर्वी चीन के झेजियांग प्रांत में राष्ट्रीय रक्षा कार्य के निरीक्षण के दौरान चांग ने राष्ट्रीय सुरक्षा खासकर समुद्री सुरक्षा को लेकर गंभीरता बताई। उन्होंने कहा कि सेना, पुलिस और लोगों को देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए लामबंद होकर तैयारी करनी चाहिए।
इस बीच सुप्रीम पीपल्स कोर्ट (एसपीसी) ने समुद्री क्षेत्र पर चीन के अधिकारों को स्पष्ट करने के लिए कुछ नियम बनाए हैं। उसने कहा है कि समुद्री क्षेत्र का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ आपराधिक मामला चलेगा। दोषी पाए जाने पर एक साल तक की सजा हो सकती है। सुप्रीम कोर्ट के इस कदम को दक्षिण चीन सागर पर अंतरराष्ट्रीय ट्रिब्यूनल के आदेश को प्रभावहीन करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
एसपीसी के इन नियमों से चीन को समुद्री आदेश, सुरक्षा और हितों की रक्षा के लिए कानूनी आधार मिलेगा। ये नियम मंगलवार से लागू भी हो गए हैं। नियमों में कहा गया है कि चीन के अधिकार वाले समुद्री क्षेत्रों में अगर चीनी नागरिक या विदेशी अवैध रूप से मछली पकड़ने या वन्यजीवों का शिकार करते पकड़े जाते हैं तो उन्हें आपराधिक तौर पर उत्तरदायी ठहराया जाएगा।
जापान ने चीन को चेताया : जापान ने समुद्री विवादों को लेकर चीन के आक्रामक रुख को लेकर चेतावनी दी है। रक्षा से संबंधित श्वेत पत्र में जापान ने कहा कि क्षेत्र का सुपरपावर लगातार दबंग की तरह काम कर रहा है। उसकी कार्रवाइयों में खतरनाक काम भी शामिल हैं जिनके अनजाने परिणाम हो सकते हैं। जापान ने पूर्वी चीन सागर में चीन की बढ़ती गतिविधि पर चिंता जताई।