अमेरिका की तुर्की को चेतावनी, पादरी को रिहा न किया तो लगेंगे कड़े प्रतिबंध
वॉशिंगटन। अमेरिका के वित्तमंत्री स्टीवन न्यूचिन ने गुरुवार को कहा कि तुर्की यदि अमेरिकी पादरी एन्ड्रयू ब्रुनसन को रिहा नहीं करता है तो उनका देश उस पर और प्रतिबंध लगाने को तैयार है।
न्यूचिन ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की कैबिनेट की बैठक के दौरान कहा, यदि उन्होंने पादरी को जल्द रिहा नहीं किया तो हम और भी प्रतिबंध लगाने की योजना बना रहे हैं। अमेरिका और तुर्की इस मामले में कड़ा रुख अपनाए हुए हैं। तुर्की के राष्ट्रपति तैय्यप एर्दोगन ने ट्रम्प के ब्रुनसन को रिहा करने के प्रयास को सफल नहीं होने दिया है।
अमेरिका ने राष्ट्रपति एर्दोगन की सत्ता पलट के प्रयासों में ब्रुनसन के शामिल होने के आरोपों का खंडन किया है। ट्रम्प ने कैबिनेट की बैठक के दौरान कहा, उन्होंने एक अच्छे दोस्त होने का प्रमाण नहीं दिया है। उन्होंने एक महान ईसाई पादरी को रोक रखा है। वे एक निर्दोष इन्सान हैं।
उल्लेखनीय है कि ब्रुनसन और अन्य टकरावों की वजह से तुर्की की मुद्रा लीरा में इस वर्ष 40 फीसदी की गिरावट आई है। निवेशक एर्दोगन के मुद्रा नीति पर प्रभाव डालने से भी नाराज हैं। न्यूचिन की टिप्पणी के बाद लीरा की कीमत में और गिरावट आई है।
राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा कि अमेरिका ने तुर्की की एक संबंधित घटना में मदद की थी, लेकिन सहायता नहीं की। उन्होंने कहा, वे हमारे एक बेहतरीन पादरी को रोककर रखना चाहते हैं, यह निष्पक्ष नहीं है, अच्छा नहीं है। ट्रम्प ने तुर्की पर एल्युमीनियम और इस्पात पर शुल्क दरें दुगुनी कर दी हैं।
गौरतलब है कि आतंकवाद और जासूसी के आरोप में पादरी एंड्रयू ब्रुनसन पिछले 21 महीनों से तुर्की की एक जेल में बंद हैं। पादरी ब्रुनसन अमेरिका में नार्थ कैरोलिना के रहने वाले हैं और 20 वर्षों से भी अधिक समय तक उन्होंने तुर्की में काम किया है।
ब्रुनसन ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से इनकार किया है। तुर्की में पादरी ब्रुनसन को हिरासत में लिए जाने की घटना अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के लिए एक ज्वलंत मुद्दा बना हुआ है। ट्रम्प प्रशासन पादरी ब्रुनसन की रिहाई के लिए तुर्की पर लगातार दबाव बना रहा है। (वार्ता)