सीरिया में 30 बच्चों की मौत, नहीं टला युद्ध का खतरा, संयुक्त राष्ट्र ने जताया शोक
फाइल फोटो
संयुक्त राष्ट्र। पूर्वी सीरिया के अल सफा गांव में हाल ही में विभिन्न गुटों की झड़पों में 30 बच्चों के मारे जाने की घटना पर संयुक्त राष्ट्र ने शोक व्यक्त किया है। इस वर्ष जनवरी से सितंबर से वहां अब तक 870 बच्चे मारे गए हैं और ये वो मामले हैं जिनकी आधिकारिक तौर पर पुष्टि हो गई है, जबकि वास्तविक संख्या इससे कहीं ज्यादा है।
पश्चिम एशिया और उत्तर अफ्रीका के यूनीसेफ के क्षेत्रीय निदेशक गीर्ट कापिलेरे ने जारी एक बयान में कहा कि इस तरह की घटनाएं दर्शाती हैं कि सीरिया में युद्ध का खतरा अभी दूर नहीं हुआ है और बच्चे भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीरिया में युद्ध पिछले आठ वर्षों से चल रहा है और इस दौरान आम नागरिकों तथा बच्चों के मूलभूत अधिकारों का जमकर हनन किया गया है।
उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने इस बात की पुष्टि की है कि इस वर्ष जनवरी से सितंबर से वहां अब तक 870 बच्चे मारे गए हैं और ये वो मामले हैं जिनकी आधिकारिक तौर पर पुष्टि हो गई है, जबकि वास्तविक संख्या इससे कहीं ज्यादा है।
सीरिया में इस समय पचास लाख से अधिक बच्चों को मानवीय सहायता की जरूरत है और इनमें से आधे बच्चे अपने घरों से भागकर अनेक स्थानों पर ठहरे हुए हैं। कापिलेरे ने सभी पक्षों से आग्रह किया है कि अपनी झड़पों के दौरान वे बच्चों की सुरक्षा का ध्यान रखें और इस बात का कोई महत्व नहीं है कि वहां किसका नियंत्रण है।