भारत के पास हैं 100 परमाणु बम
अमेरिका के दो शीर्ष परमाणु वैज्ञानिकों का कहना है कि भारत हथियार बनाने योग्य अपने सारे प्लूटोनियम को आयुधों में तब्दील नहीं कर रहा है और वर्तमान में उसके पास वायु, थल और जल आधारित परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम वाहनों के लिए 80 से 100 परमाणु आयुध मौजूद हैं।‘न्यूक्लियर इनफॉरमेशन प्रोजेक्ट’ के निदेशक हान्स क्रिसटेंसन और ‘न्यूक्लियर पॉलिसी’ के वरिष्ठ फेलो रॉबर्ट एस नोर्रिस ने ‘बुलेटिन ऑफ दी एटॉमिक साइंटिस्ट्स’ में यह बातें कही हैं।इन वैज्ञानिकों के अनुसार ऐसा अनुमान है कि भारत ने लगभग 520 किलोग्राम हथियार बनाने योग्य प्लूटोनियम तैयार किया है, जो 100 से 130 परमाणु आयुधों के लिए पर्याप्त है। हालांकि इस पूरे भंडार को परमाणु आयुधों में तब्दील नहीं किया गया है।क्रिसटेंसन और नोर्रिस ने उपलब्ध सूचना के आधार पर यह अनुमान लगाया है कि भारत के पास वायु, थल और जल आधारित परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम वाहनों के लिए 80 से 100 परमाणु आयुध मौजूद हैं।दोनों वैज्ञानिकों ने कहा कि वह (भारत) जिन नई मिसाइलों को विकसित कर रहा है, उनके लिए उसे और परमाणु आयुधों की जरूरत होगी। क्रिसटेंसन और नोर्रिस ने लिखा, ‘मुंबई के पास मौजूद ध्रुव प्लूटोनियम निर्माण संयंत्र के अलावा भारत पूर्वी तट पर विशाखापट्टनम के पास एक दूसरा संयंत्र बनाने की योजना बना रहा है। भारत कलपक्कम के पास इंदिरा गांधी परमाणु अनुसंधान केंद्र में एक असुरक्षित ‘प्रोटोटाइप फास्ट-ब्रीडर’ संयंत्र बना रहा है, जिसके सक्रिय हो जाने पर भारत की प्लूटोनियम निर्माण क्षमता काफी बढ़ जाएगी। दोनों वैज्ञानिकों ने कहा कि भारत ने जमीन, समुद्र और हवा में आक्रामक परमाणु ताकत हासिल करने के लिए परमाणु हथियार विकसित करने के अभियान में तेजी लाई है। (भाषा)