कुंभ में अधिक मास का स्नान जारी
तीर्थ क्षेत्र में गंदगी का आलम
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महेश पाण्डे कुंभनगरी में तीर्थयात्रियों की वापसी शुरू होने से अब उनके द्वारा छोड़ी गई गंदगी का अंबार समस्या बन रहा है। पूरे तीर्थ क्षेत्र में गंदगी के मारे सड़ांध का आलम है। बेतहाशा भीड़ के बाद तीर्थयात्रियों के द्वारा जगह-जगह फैलाए गए कू़ड़े एवं मलमूत्र विसर्जन के चलते नगर में महामारी का खतरा बढ़ गया है। जगह-जगह टैंट, कॉलोनियों के अगल-बगल में बने शौचालयों में भी गंदगी का साम्राज्य फैला है।एक अनुमान के अनुसार पाँच हजार मैट्रिक टन कू़ड़ा-कचरा हरिद्वार व आसपास कुंभ क्षेत्र में बिखरकर गर्मी से सड़ रहा है। इस स्थिति पर यदि शीघ्र काबू न हुआ तो इससे शहर को संक्रामक बीमारी की चपेट से बचाना मुश्किल हो जाएगा। उधर कुंभनगरी में पुरुषोत्तम मास का स्नान भी जारी है। शाही स्नान में आए लोगों का लौटने का क्रम जारी है तो यहाँ स्नान के लिए आ रहे लोगों की आवक भी जारी है। कथा रामायण एवं अन्य यज्ञों का आयोजन कुछ थमा है लेकिन कर्मकाण्ड जारी है। हालाँकि तमाम अखाड़ों के साधु भी अपना सामान समेटने में लगे हैं। बैरागी कैम्प में साधुओं के धूने काफी कम हो गए है। संन्यासी भी अपना सामान समेट रहे हैं। लेकिन श्रद्घालुओं का तीर्थनगरी आगमन जारी है। वीआईपी, वीवीआईपी एवं अन्य आगमन ढीला जरूर पड़ा है।
शाही स्नान के दिन बिरला घाट के पास हुए हादसे के बाद पुलिस ने इस भगदड़ के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज तो कर लिया लेकिन इनकी खोजबीन से अभी इस घटना के लिए दोषी महामंडलेश्वर का नाम सामने नहीं आ सका है। पुलिस का दावा है कि शीघ्र इसको चिह्नित कर कानूनी फंदे में ले लिया जाएगा। कुंभ की भीड़ में बिछड़ गए लोगों को ढूँढने के लिए भी कई श्रद्घालु भटक रहे हैं। तो भगदड़ में मारे गए दो लोगों की शिनाख्त न हो पाने से अब पुलिस ने उनका अंतिम संस्कार कर लेने की ठान ली है। प्रदेश के मुख्यमंत्री को कुंभ सफलता से सम्पन्न कराने को भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं सांसद शहनवाज हुसैन ने भी बधाई दी है। मुख्यमंत्री सूचना परिसर द्वारा प्राप्त सूचना के अनुसार मुख्यमंत्री से उन्होंने कहा कि 140 देशों व 68 विभिन्न भाषा, भाषियों के द्वारा बिना जातिगत साम्प्रदायगत, भाषागत व ऊँच-नीच के भेदभाव से 6 करोड़ लोगों ने गंगा डुबकी लगाकर इसे विश्व का सबसे बड़ा आयोजन बना दिया।