हॉलीवुड के महान अभिनेता सर सीन कॉनेरी का निधन, जेम्स बांड से बनाई थी पहचान
लंदन। जेम्स बांड श्रृंखला की पहली फिल्म में जेम्स बांड (James Bond) का किरदार निभाकर लोगों के दिलों पर राज करने वाले दिग्गज अभिनेता शॉन कॉनेरी (Sean Connery) का 90 वर्ष की आयु में निधन हो गया। अपने पांच दशक के करियर में उन्होंने कई मशहूर फिल्मों में काम किया था।
बीबीसी के अनुसार, बहामास में रह रहे अभिनेता की रात में सोते समय नींद में ही मौत हो गई। वे पिछले कुछ समय से बीमार थे। पांच दशकों के अपने करियर में कॉनेरी ने 'द हंट फॉर रेड अक्टूबर', 'इंडियाना जोन्स एंड द लास्ट क्रूसेड' जैसी कई प्रशंसित और मुख्यधारा की व्यवसायिक फिल्मों में काम किया था।
कॉनेरी का जन्म 25 अगस्त, 1930 को हुआ था। उनके पिता एक कारखाने में काम करते थे और उनकी मां घरों में सफाई का काम करती थीं। उन्होंने 13 वर्ष की उम्र में पढ़ाई छोड़ दी और शाही नौसेना में शामिल होने से पहले बिना किसी औपचारिक शिक्षा के दूध पहुंचाने, ताबूत पॉलिश करने और ईंटें बिछाने का काम करने लगे, लेकिन केवल तीन साल बाद पेट में छाले होने की समस्या के कारण उन्हें सेवा से बाहर कर दिया गया था।
शुरू में ट्रक चलाने, तटरक्षक का काम करने और एडिनबर्ग कॉलेज ऑफ आर्ट में मॉडलिंग कर उन्होंने अपनी जीविका कमाई। वे खाली समय में 'बॉडीबिल्डिंग' का काम भी करते थे। पहली बार 1956 में उन्होंने बीबीसी द्वारा निर्मित 'रेकिम फॉर ए हेवी वेट' में अभिनय किया। उसके कुछ ही समय बाद उन्होंने अपनी पहली फिल्म 'नो रोड बैक' से पदार्पण किया। उसके बाद वह 'हेल ड्राइवर्स', 'एक्शन ऑफ द टाइगर' और 'टाइम लॉक' जैसी फिल्मों में नजर आए।
अपने करियर में उन्हें बड़ी सफलता तब मिली जब कॉनेरी को निर्माता अल्बर्ट ब्रोकोली और हैरी साल्ट्ज़मैन के साथ एक साक्षात्कार के बाद जेम्स बांड के किरदार के लिए चुन लिया गया। हालांकि उस समय तक वे एक अभिनेता के रूप में अपेक्षाकृत कम प्रसिद्ध थे। उनकी करिश्माई अदाकारी ने समीक्षकों और दर्शखों का दिल जीत लिया और आज भी वे सबसे चहेते जेम्स बांड माने जाते हैं।
उन्होंने पहली बार 1962 में 'डॉ नो' में जेम्स बांड की भूमिका निभाई थी। उसके बाद उन्होंने 'फ्रॉम रुस विद लव' (1963), 'गोल्डफिंगर' (1964), 'थंडरबॉल' (1965), 'यू वनली लिव ट्वाइस' (1967), 'डायमंड्स आर फॉरेवर' (1971) और 'नेवर से नेवर अगेन' (1983) में काम किया था। कॉनेरी को ब्रायन डी पाल्मा की 1987 में आई फिल्म 'द अनटचेबल्स' के लिए ऑस्कर पुरस्कार मिला था।(भाषा)