शुक्रवार, 15 नवंबर 2024
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Written By WD Feature Desk

इंदौर में होली और रंग पंचमी पर निकलने वाली गेर की 10 खास बातें

Holi 2024: इंदौर की गेर है दुनिया भर में प्रसिद्ध, जानें खासियत

Holi 2024:  इंदौर में होली और रंग पंचमी पर निकलने वाली गेर की 10 खास बातें - Holi indore ger rajwada
indore ger holi 2024: जिस तरह ब्रज की लट्ठमार होली प्रसिद् है उसी तरह इंदौर सहित संपूर्ण निमाड़ और मालवा की गेर प्रसिद्ध है। इंदौर में होली और रंगपंचमी पर गेर निकली है। इस गेर को देखने के लिए देश के कोने कोने से लोग आते हैं। सभी गेर राजबाड़ा में एकत्रित होकर बड़े रूप में शहर के मुख्‍य मार्ग से निकलते हैं। सभी जानना चाहते हैं कि इस बार इन्दौर में होली और रंगपंचमी कब मनाई जाएगी। होली 25 मार्च को और रंगपंचमी 30 मार्च 2024 को मनाई जाएगी।
इंदौर की गेर की खासियत- Specialty of Ger of Indore
 
1. इंदौर में कई रंगपंचमी समितियां हैं जो गेर निकालती है। 
 
2. शहर के अलग-अलग हिस्सों की संस्था समितियां गेर निकालते हैं।  
 
3. शहर की सभी गेरें राजवाड़ा में एकत्रित होकर रंगोत्सव मनाते हैं। वहां से बड़े रूप में चल समारोह निकालते हैं।
 
4. चल समारोह में शामिल लोग अपने परिचितों को एक-दूसरे को रंगने का कोई भी मौका हाथ से जाने नहीं देते हैं। 
 
5. इस गेर में सभी धर्म के लोग शामिल होते हैं। जिसमें किसी भेद के बगैर पूरा शहर शामिल होता है।
 
6. गेर में हाथी, घोड़ों और बग्घियों के साथ आदिवासी नर्तकों की टोली दर्शकों के आकर्षण का केंद्र रहती है। 
7. यहां की गेरों की खूबी यह होती है कि इसमें टैंकरों में रंग भरा होता है, जिसे मोटर पंपों यानी मिसाइल के जरिए भीड़ पर फेंका जाता है। 
 
8. जमीन से लेकर आसमान तक रंग ही रंग नजर आते हैं। गुलाल भी कुछ इसी तरह उड़ाया जाता है कि कई मंजिल ऊपर खड़े लोग भी इससे बच नहीं पाते हैं।
 
9. बैंड-बाजों की धुन पर नाचते हुरियारों पर बड़े-बड़े टैंकरों से रंगीन पानी बरसाया जाता है। 
 
10. गेर के दौरान हुड़दंग भी बहुत होती है।
Rangpanchami Ger, Indore
यह संस्थाएं निकालती हैं गेर : नगर निगम इंदौर, संगम कार्नर, मॉरल क्लब, रंगपंचमी पर टोरी कार्नर महोत्सव समिति, राधाकृष्ण फाग यात्रा, रसिया कार्नर, श्री कृष्ण फाग यात्रा, संस्था संस्कार, माधव फाग यात्रा, बाणेश्वर समिति आदि।
 
यह रहेगा गेर का मुख्य मार्ग : गेर निकालने का परंपरागत मुख्य मार्ग गौराकुंड चौराहे से राजवाड़ा तक रहता है। इसके अलावा अन्य संस्थाओं द्वारा भी शहर के विभिन्न क्षेत्रों में रंगारंग गेर निकाली जाती है जिनका रास्ता उनके क्षेत्र से राजबाड़ा तक का रहता है।