बलूचिस्तान यदि आजाद हुआ तो क्या रहेगी उसकी सीमा?
प्रथम अफगान युद्ध (1839-42) के बाद अंग्रेंजों ने इस क्षेत्र पर अधिकार जमा लिया। 1869 में अंग्रेजों ने कलात के खानों और बलूचिस्तान के सरदारों के बीच झगड़े की मध्यस्थता की। वर्ष 1876 में रॉबर्ट सैंडमेन को बलूचिस्तान का ब्रिटिश एजेंट नियुक्त किया गया और 1887 तक इसके ज्यादातर इलाके ब्रिटिश साम्राज्य के अधीन आ गए। अंग्रेजों ने बलूचिस्तान को 4 रियासतों में बांट दिया- कलात, मकरान, लस बेला और खारन। भारत विभाजन के समय इन चारों बलूच रियासतों को 11 अगस्त 1947 को एक स्वतंत्र देश घोषित किया गया परंतु पाकिस्तान ने हमला करके 27 मार्च 1948 को संपूर्ण बलूचिस्तान को अपने कब्जे में ले लिया और उसे अपना एक प्रांत बना दिया। बलूच इस निर्णय को अवैधानिक मानते हैं, तभी से राष्ट्रवादी बलोच पाकिस्तान की गुलामी से मुक्त होने के लिए संघर्ष छेड़े हुए हैं।
बलूचिस्तान का भूगोल:
बलूचिस्तान के दक्षिण-पूर्वी हिस्से पर ईरान, दक्षिण-पश्चिमी हिस्से पर अफगानिस्तान और पश्चिमी भाग पर पाकिस्तान ने कब्जा कर रखा है। सबसे बड़ा हिस्सा पाकिस्तान के कब्जे में है। प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर इस संपूर्ण क्षेत्र में यूरेनियम, गैस और तेल के भंडार पाए गए हैं। पाकिस्तान के 6 हिस्से हैं जिसमें 4 प्रांत है- पंजाब, सिंध, खैबर पख्तून और बलूचिस्तान। बाकी पीओजेके और भारत के अन्य हिस्से हैं।
बलूचिस्तान एक विशाल पठार है जहां सूखे पहाड़ों के अलावा रेगिस्तान और हरी भरी प्रकृति भी है। बलूचिस्तान की एक ओर सीमा सिंध और पंजाब प्रांत से तो दूसरी ओर अफगानिस्तान और ईरान से लगती है। उत्तर की ओर उसकी सीमा खैबर पख्तून प्रांत से लगती है और दक्षिण की ओर अरब सागर है। पाकिस्तान के क्षेत्रफल का कुल 44 प्रतिशत बलूचिस्तान है। यानी बलूचिस्तान का क्षेत्रफल करीब 348000 वर्ग किलोमीटर है। यह भाग सामरिक और राजनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण है।यहां अनेक समुद्री मार्ग है जो अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए उपयुक्त है। क्वेटा बलूचिस्तान की राजधानी है। यहां की 70 प्रतिशत आजादी गरीबी रेखा के नीचे है। पाकिस्तानी सेना ने यहां पर 2 लाख से ज्यादा बलूचों की हत्या की है।
बलूचिस्तान वर्तमान में तीन देशों; पाकिस्तान, ईरान और अफ़गानिस्तान के बीच स्थित है। यह दक्षिण-पश्चिम पाकिस्तान, दक्षिण में अफ़गानिस्तान और ईरान के पूर्व में स्थित है। बलूचिस्तान प्रांत को छह डिवीजनों में विभाजित किया गया है- क्वेटा, कलात, नसीराबाद, मकरान, सिबी और झोब। इन छह डिवीजनों को आगे 34 जिलों में विभाजित किया गया है।
बलूचिस्तान को आम तौर पर बलूच और उनके पड़ोसी लोग ईरानी पठार के दक्षिण-पूर्वी भाग, मध्य रेगिस्तान और हेलमंद नदी के दक्षिण में स्थित पांच लाख वर्ग किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में फैला हुआ मानते हैं। यहां पर हिंगुल नदी, मश्किद नदी के साथ ही सिंधु के कुछ क्षेत्र भी बलूचिस्तान के हिस्से में है।