मैंने प्यार किया है तुमको और बहुत संभव है अब भी मेरे दिल में इसी प्यार की सुलग रही हो चिंगारी किंतु प्यार मेरा तुमको और न अब बेचैन करेगा नहीं चाहता इस कारण ही अब तुम पर गुजरे भारी
मैंने प्यार किया है तुमको मुक-मौन रह आस बिना हिचक-झिझक तो कभी जलन भी मेरे मन को दहकाए जैसे प्यार किया है मैंने सच्चे मन से डूब तुम्हें हे भगवान, दूसरा कोई प्यार तुम्हें यों कर पाए।