रविवार, 13 अप्रैल 2025
  • Webdunia Deals
  1. लाइफ स्‍टाइल
  2. सेहत
  3. सेहत समाचार
  4. Lalu Yadav sugar disease treatment
Written By WD Feature Desk
Last Modified: बुधवार, 9 अप्रैल 2025 (18:43 IST)

लालू यादव हुए एम्स अस्पताल में भर्ती, जानिए किस गंभीर बीमारी के कारण करना पड़ा एडमिट

जानिए क्या हैं इस बीमारी के लक्षण, समय से पहले कर लें बचाव

lalu yadav
Lalu Yadav Health Update: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को हाल ही में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में भर्ती कराया गया है। उनकी तबीयत अचानक बिगड़ने के पीछे कई कारण सामने आए हैं, जिनमें ब्लड शुगर लेवल का बढ़ना प्रमुख है।​ लालू यादव लंबे समय से डायबिटीज से ग्रस्त हैं। 
 
डायबिटीज के मरीजों के लिए ब्लड शुगर का स्तर संतुलित रखना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। हाल ही में, उनका ब्लड शुगर लेवल अचानक बढ़ गया, जिससे उनकी तबीयत बिगड़ गई। ब्लड शुगर का असंतुलन शरीर के विभिन्न अंगों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, विशेषकर हृदय, किडनी और आंखों पर।
 
एम्स में भर्ती और उपचार: पटना में प्रारंभिक उपचार के बाद, लालू यादव को बेहतर चिकित्सा देखभाल के लिए दिल्ली एम्स में स्थानांतरित किया गया। वहां उन्हें कार्डियो-न्यूरो सेंटर की कार्डियो क्रिटिकल केयर यूनिट में भर्ती किया गया है, जहां विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम उनकी निगरानी कर रही है। डॉक्टरों के अनुसार, उनकी स्थिति स्थिर है, लेकिन उन्हें कुछ दिनों तक अस्पताल में रहना होगा ताकि उनकी सेहत में सुधार हो सके।
 
डायबिटीज और उससे संबंधित जटिलताएं: डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जिसमें शरीर में ग्लूकोज का स्तर अनियंत्रित हो जाता है। यदि इसे नियंत्रित नहीं किया जाए, तो यह हृदय, किडनी, आंखों और नसों पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है। लालू यादव के मामले में, डायबिटीज के कारण उनकी किडनी प्रभावित हुई और उन्हें ट्रांसप्लांट की आवश्यकता पड़ी। इसके अलावा, ब्लड शुगर के स्तर में अचानक वृद्धि से शरीर के विभिन्न हिस्सों में घाव भी हो सकते हैं, जैसा कि उनके पीठ और हाथों में देखा गया। 
 
हाई ब्लड शुगर के लक्षण
ब्लड शुगर लेवल बढ़ने पर शरीर में कई लक्षण प्रकट हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
  • धुंधला दिखाई देना: ब्लड शुगर बढ़ने से दृष्टि पर असर पड़ सकता है।
  • सिरदर्द और चिड़चिड़ापन: शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ने से मानसिक तनाव और सिरदर्द हो सकता है। 
  • त्वचा पर घाव या संक्रमण: शुगर लेवल बढ़ने से त्वचा पर घाव हो सकते हैं, जो धीमी गति से ठीक होते हैं।
  • थकान और कमजोरी: ऊर्जा की कमी महसूस होना और जल्दी थकान होना।
हाई ब्लड शुगर से बचाव के उपाय
ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाए जा सकते हैं:
  • नियमित जांच: समय-समय पर ब्लड शुगर की जांच करवाना आवश्यक है।
  • संतुलित आहार: कार्बोहाइड्रेट की मात्रा को नियंत्रित रखते हुए, प्रोटीन और फाइबर युक्त आहार का सेवन करें।
  • नियमित व्यायाम: रोजाना कम से कम 30 मिनट की शारीरिक गतिविधि करें, जैसे पैदल चलना, योग या साइकिल चलाना। 
  • तनाव प्रबंधन: ध्यान, प्राणायाम और पर्याप्त नींद से तनाव को कम करें।​
  • दवाइयों का नियमित सेवन: डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवाइयों का नियमित रूप से सेवन करें और किसी भी बदलाव के लिए परामर्श लें।​
  • हाइड्रेशन: पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं ताकि शरीर हाइड्रेटेड रहे।

अस्वीकरण (Disclaimer) : सेहत, ब्यूटी केयर, आयुर्वेद, योग, धर्म, ज्योतिष, वास्तु, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार जनरुचि को ध्यान में रखते हुए सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इससे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। 
ये भी पढ़ें
kids story: चिड़ा चिड़ी की रोचक कहानी