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Written By WD Feature Desk
Last Modified: मंगलवार, 8 अप्रैल 2025 (17:01 IST)

हीटवेव अलर्ट: मौसम विभाग ने दी चेतावनी, जानिए लू से बचने के 7 आसान उपाय और किन्हें बरतनी चाहिए खास सावधानी

how to treat heat stroke in hindi
how to treat heat stroke in hindi: भारत में गर्मियों का मौसम हर साल और अधिक चुनौतीपूर्ण होता जा रहा है। 2025 में भी मौसम विभाग (IMD - Indian Meteorological Department) ने हीटवेव अलर्ट जारी किया है। इस चेतावनी के अनुसार, कई राज्यों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से भी ऊपर जा सकता है। खासकर उत्तर भारत, मध्य भारत और पूर्वी राज्यों में लू की स्थिति गंभीर हो सकती है। इस स्थिति को देखते हुए लू (loo) और हीट स्ट्रोक जैसी स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा काफी बढ़ जाता है।

हीटवेव यानि 'लू' एक ऐसी स्थिति होती है जब तापमान नार्मल से बहुत ज्यादा बढ़ जाता है और शरीर का टेम्परेचर नियंत्रित करना मुश्किल हो जाता है। यह विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और बीमार व्यक्तियों के लिए जानलेवा हो सकता है।
 
1. धूप के समय घर से निकलने से बचें
गर्मी के दिनों में खासतौर पर दोपहर 11 बजे से शाम 4 बजे तक का समय सबसे खतरनाक माना जाता है, क्योंकि इस समय सूरज की किरणें सबसे तीव्र होती हैं और लू चलने की संभावना अधिक होती है। अगर जरूरी न हो तो इस समय घर से बाहर न निकलें। अगर निकलना पड़े, तो चेहरे को रूमाल या स्कार्फ से ढंकें, छाता या टोपी का इस्तेमाल करें और खुले शरीर को पूरी तरह ढकें। बच्चों और बुजुर्गों को तो खासतौर पर इस समय बाहर नहीं निकलने देना चाहिए, क्योंकि इनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है।
 
2. शरीर को हाइड्रेट रखना है सबसे जरूरी
लू से बचने का सबसे आसान और प्रभावी तरीका है – शरीर को पूरा दिन हाइड्रेटेड (Hydrated) रखना। तेज गर्मी में शरीर से बहुत ज्यादा पसीना निकलता है, जिससे पानी और मिनरल्स की कमी हो जाती है। इसलिए हर 30 से 40 मिनट में थोड़ा-थोड़ा पानी पीते रहें, भले ही प्यास न लगी हो। नींबू पानी, छाछ, नारियल पानी, बेल का शरबत और घरेलू ORS का सेवन शरीर को ठंडक और इलेक्ट्रोलाइट्स देता है। कोल्ड ड्रिंक्स, कैफीन और शराब जैसे डिहाइड्रेटिंग पेय से बचें।
 
3. हल्के और ढीले कपड़े पहनें
गर्मी के मौसम में क्या पहनना है, यह भी आपके स्वास्थ्य को काफी प्रभावित करता है। सूती और हल्के रंगों वाले कपड़े पहनें जो पसीना जल्दी सोख लें और शरीर को सांस लेने दें। टाइट और सिंथेटिक कपड़े गर्मी को और बढ़ा सकते हैं जिससे शरीर का तापमान बढ़ जाता है और हीट स्ट्रोक का खतरा हो जाता है। सिर पर टोपी या गमछा जरूर रखें, खासकर बच्चों के लिए यह अनिवार्य है।
 
4. हल्का और ठंडा भोजन करें
गर्मी में भारी, तला-भुना, मिर्च-मसाले वाला खाना शरीर में गर्मी बढ़ा सकता है, जिससे लू लगने की संभावना बढ़ जाती है। इस मौसम में हल्का, सुपाच्य और ठंडा भोजन लें – जैसे खीरा, ककड़ी, टमाटर, दही, मौसमी फल (तरबूज, खरबूजा, संतरा) आदि। बाहर का खाना खासतौर पर कटे फल या चाट से परहेज करें, क्योंकि ये जल्दी खराब हो जाते हैं और फूड पॉइज़निंग का कारण बन सकते हैं। लंच और डिनर के बीच में पानीदार फल या नींबू पानी पीते रहें।
 
5. घर को ठंडा और वेंटिलेटेड रखें
अगर आप बिना AC वाले घर में रहते हैं, तब भी घर को ठंडा रखने के कुछ घरेलू उपाय बेहद कारगर हो सकते हैं। खिड़कियों पर गीले परदे लगाएं, जिससे गर्म हवा न आए। सुबह और रात के समय खिड़कियां खोल दें ताकि ताजा हवा घर में प्रवेश करे। दिन में खिड़कियां और दरवाजे बंद रखें जिससे गर्म हवा अंदर न आए। अगर कूलर का उपयोग करते हैं तो उसमें रोज़ ठंडा पानी या बर्फ मिलाएं ताकि उसका असर ज्यादा देर तक बना रहे।
 
6. लू लगने के लक्षण 
अगर किसी को लू लग जाए तो इसके कुछ खास लक्षण होते हैं जिन्हें तुरंत पहचानना जरूरी है: जैसे अत्यधिक पसीना, चक्कर आना, उल्टी आना, तेज़ सिरदर्द, त्वचा का लाल और सूखा हो जाना, और बेहोशी की स्थिति। ऐसे में व्यक्ति को तुरंत ठंडी जगह ले जाएं, उसके कपड़े ढीले करें, माथे और शरीर पर ठंडे पानी की पट्टियां रखें। अगर स्थिति गंभीर लगे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, क्योंकि लू की सही समय पर पहचान और इलाज न होने पर यह जानलेवा हो सकती है।
 
7. बच्चे, बुजुर्ग और बीमार लोग रखें खास ध्यान
बच्चे और बुजुर्गों का शरीर लू का सामना उतनी मजबूती से नहीं कर पाता जितना कि युवाओं का। इसलिए इनको गर्मी में ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है। उन्हें धूप में बाहर जाने से रोकें, उनके खाने-पीने और कपड़ों का विशेष ध्यान रखें। यदि कोई व्यक्ति पहले से ही हृदय रोग, डायबिटीज़ या हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों से पीड़ित है, तो हीट स्ट्रेस उनका स्वास्थ्य और ज्यादा बिगाड़ सकता है। ऐसे में डॉक्टर की सलाह से उनके डेली रूटीन में बदलाव करें। 


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