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Last Updated : गुरुवार, 10 फ़रवरी 2022 (15:16 IST)

WHO का दावा जल्‍द खत्‍म नहीं होगी महामारी, कोविड का अगला वैरिएंट और भी अधिक संक्रामक

WHO का दावा जल्‍द खत्‍म नहीं होगी महामारी, कोविड का अगला वैरिएंट और भी अधिक संक्रामक - who concern about covid-19
पिछले दो सालों से कोविड का प्रकोप जारी है। लगातार म्यूटेट हो रहे वैरिएंट इंसानों के लिए जानलेवा साबित हो रहे हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक वैरिएंट्स के थमने का सिलसिला अभी थमने वाला नहीं है। WHO की कोविड-19 टेक्निकल लीड मारिया वान केरखोवे ने बताया कि कोविड का नया वैरिएंट ज्यादा खतरनाक होगा। क्योंकि वह मौजूदा वैरिएंट को ओवरटेक करेगा। ऐसे में वह माइल्‍ड और गंभीर दोनों हो सकता है। यहां तक की इम्युनिटी को भी मात दे सकता है।    

कोविड के नए वैरिएंट कैसे बनते हैं?

वायरस में समय के साथ बदलाव करता है। जिससे वह नेचर के साथ सर्वाइव कर सकें। कुछ वायरस ऐसे भी होते हैं जो तेजी से अपने गुण नहीं बदलते हैं और कुछ ऐसे होते हैं जिन्हें जिनोम सीक्वेंस के बिना ट्रेस नहीं किया जा सकता।ऐसे में इंसानों के लिए खतरा पैदा करते हैं और नए इजाद होते हैं। कौन -सा वैरिएंट खतरनाक है इसमें WHO की अहम भूमिका होती है। कोई सा भी वैरिएंट कितना खतरनाक होता है उस आधार पर वैरिएंट ऑफ कंसर्न घोषित किया जाता है।  

अभी तक इन वायरस को वैरिएंट ऑफ कंसर्न घोषित किया जा चुका -

WHO द्वारा अभी तक 5 वैरिएंट को वैरिएंट ऑफ कंसर्न घोषित किया जा चुका है। अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा और ओमिक्रॉन। यह वायरस इंसानों में तेजी से फैले थे। वहीं डेल्टा वैरिएंट सबसे अधिक खतरनाक रहा। नेचर जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक अल्‍फा बीटा और गामा तीनों वैरिएंट ही खराब है। यह तीनों वैरिएंट कमजोर इम्यूनिटी वालों को अपना टारगेट बनाते हैं।

भविष्य में अन्‍य वैरिएंट के आने की घोषणा -

WHO एक्सपर्ट मारिया वान केरवोवे के मुताबिक ओमिक्रॉन को आखिरी वैरिएंट नहीं है। आगे भी दूसरे वैरिएंट मिल सकते हैं। हालांकि यह कहना मुश्किल है कि वैरिएंट्स में किस तरह के म्यूटेशन होंगे।  

वैज्ञानिक एंड्रू रोबोट के मुताबिक ओमिक्रॉन का संक्रमण माइल्‍ड होने के कारण अगले वैरिएंट को भी माइल्ड नहीं समझे। आने वाला वैरिएंट खतरनाक भी हो सकता है।  

नेचर जर्नल की रिपोर्ट में वैज्ञानिक  जेसी ब्लूम ने कहा कि कोरोना वायरस कभी भी खत्म नहीं होगा। ये कमजोर हो सकता है। लोग इसके साथ जीना सीख लेंगे। ये एक आम बीमारी हो जाएगी।  
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