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Written By WD Feature Desk
Last Updated : शनिवार, 14 जून 2025 (15:16 IST)

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस: 30 की उम्र तक हर महिला को शुरू कर देना चाहिए ये 5 योग अभ्यास

International yoga day 2025
best yoga for women over 30: 21वीं सदी की महिलाएं आज हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं, घर, करियर, समाज और स्वयं की पहचान को लेकर वे सजग हैं। लेकिन इस तेज भागती दिनचर्या में सबसे ज्यादा नजरअंदाज होता है उनका खुद का स्वास्थ्य। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 एक बेहतरीन मौका है जब महिलाएं रुककर खुद की सेहत और मानसिक सुकून की ओर ध्यान दें। खासकर 30 की उम्र तक हर महिला को योग को अपनी दिनचर्या में शामिल कर लेना चाहिए क्योंकि यही वो उम्र है जब शरीर में हार्मोनल बदलाव शुरू होते हैं, मेटाबॉलिज्म धीमा पड़ने लगता है और मानसिक दबाव भी बढ़ने लगता है।
 
अगर सही समय पर योग की आदत बना ली जाए तो न केवल यह शारीरिक ऊर्जा को बनाए रखता है, बल्कि मानसिक संतुलन, हार्मोन बैलेंस, त्वचा की चमक और हड्डियों की मजबूती तक में मदद करता है। चलिए जानते हैं वे खास योगासन जो 30 की उम्र तक हर महिला को अपनाने चाहिए।
 
1. ताड़ासन (Mountain Pose)
ताड़ासन बेहद सरल लेकिन बेहद प्रभावशाली योगासन है। यह पीठ और रीढ़ की हड्डी को सीधा करता है, शरीर को संतुलन देता है और महिलाओं में शारीरिक मुद्रा को सुधारता है। 30 से पहले इसे अपनाना इसलिए जरूरी है क्योंकि यह प्रारंभिक उम्र में हाइट, पोश्चर और मस्क्यूलर स्ट्रेंथ को बढ़ावा देता है। इसे रोज़ सुबह 2-3 मिनट तक किया जाए तो गर्दन, कंधे और रीढ़ को लंबी उम्र तक लचीला बनाए रखा जा सकता है।
 
2. भुजंगासन (Cobra Pose)
भुजंगासन न केवल पीठ के दर्द को कम करता है, बल्कि यह महिलाओं में यूटरस और ओवरी के स्वास्थ्य को भी मजबूत करता है। यह योगासन खासतौर पर उन महिलाओं के लिए लाभकारी है जो लंबे समय तक बैठकर काम करती हैं या जिन्हें अनियमित पीरियड्स की समस्या रहती है। यह थायरॉइड को भी सक्रिय करता है, जिससे मेटाबॉलिज्म तेज होता है और वजन कंट्रोल में रहता है।
 
3. वज्रासन (Diamond Pose)
वज्रासन उन गिने-चुने आसनों में से एक है जिसे खाना खाने के बाद भी किया जा सकता है। यह महिलाओं के पाचन तंत्र को मजबूत करता है और मोटापा, गैस और एसिडिटी से राहत दिलाता है। यह न केवल शरीर को स्थिरता देता है, बल्कि मन को भी शांत करता है। 30 की उम्र के बाद जब स्ट्रेस और इमोशनल फ्लक्चुएशन बढ़ जाते हैं, तो वज्रासन उसे बैलेंस करने का बेहतरीन उपाय बनता है।
 
4. बालासन (Child Pose)
बालासन खासतौर पर उन महिलाओं के लिए बेहद प्रभावशाली है जो ऑफिस में लंबे समय तक बैठती हैं या दिनभर भागदौड़ में रहती हैं। यह न केवल शरीर की थकान को दूर करता है, बल्कि मन को भी गहराई से शांत करता है। 30 से पहले बालासन को अपनी आदत बना लेने से शरीर में जमे हुए तनाव (टॉक्सिन्स) को बाहर निकालना आसान हो जाता है।
 
5. अनुलोम-विलोम प्राणायाम
अनुलोम-विलोम प्राणायाम 30 की उम्र से पहले शुरू कर लेना चाहिए क्योंकि यह आपकी ब्रीदिंग पैटर्न को संतुलित करता है, हार्मोन को नियमित करता है और शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा को संतुलन में रखता है। इसका सीधा असर स्किन, बाल, मूड और पीरियड साइकिल पर दिखता है। जिन महिलाओं को पीसीओडी, पीसीओएस या थायरॉइड जैसी समस्याएं हैं, उनके लिए यह एक नेचुरल उपचार की तरह काम करता है। 


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